जिले के ग्राम लाटाबोड़ निवासी महेंद्र कुमार ठाकुर पेशे से शिक्षक है। रविशंकर यूनिवर्सिटी रायपुर के शिक्षा विभाग में सहायक ग्रेड-3 के पास पांच और दो रुपए ऐसे सिक्के हैं जिनमें देवी दुर्गा, स्वामी विवेकानंद, मदर टेरेसा, मदन मोहन मालवी के चित्र अंकित है।
कुछ अलग करने की ललक के चलते उन्होंने दुर्लब और पुराने सिक्के एकत्र कर आने वाली पीढ़ी को इसके बारे में बताना उनका मकसद है। 30 साल के महेंद्र सिंह ठाकुर ने बताया कि उसे खास सिक्कों रखने की बहुत इच्छा थी। उसने अपना गुल्लक तोड़ा तो पांच रुपए के सिक्के में देवी दुर्गा की चित्र बनी हुई थी। इसी से सिक्के एकत्र करने की प्रेरणा मिली। इसके बाद उन्होंने पुराने और महापुरुषों के चित्र वाले सिक्के एकत्र करना शुरू कर दिया। उन्होंने बताया कि उनके पास ऐसे आधा सैंकड़ा से ज्यादा सिक्के है जो वर्तमान में चलन से बाहर या बहुत मुश्किल से मिलते हैं।
महेंद्र के पास खाद्य एवं कृषि संगठन, अंतरराष्ट्रीय योग दिवस-21 जून, कवि रवीन्द्रनाथ टैगोर, मदर टेरेसा, मौलाना अबुल कलाम आजाद, भारतीय रिज़र्व बैंक, प्लेटिनम जयंती, शताब्दी स्मरणोत्सव जहाज, दादाभाई नौरोजी, सतगुरु रामसिंह जी कूका आंदोलन, श्रीनारायण गुरुदेव, सी सुब्रमण्यम, लोकनायक जयप्रकाश नारायण, माता वैष्णो देवी श्राईन बोर्ड, राष्ट्रीय एकता, मदन मोहन मालवीय, एकता और बलिदान सामरिक अभियान, स्वस्थ मां से स्वस्थ शिशु, श्रम जगत, भगवान महावीर 2600वां जन्म कल्याण, संत तुकाराम भक्ति भ्रातित्व जागृति, छोटे किसान, स्वामी विवेकानंद, जवाहरलाल नेहरू, संयुक्तराष्ट्र संघ, आचार्य तुलसीदास, लुई बेल, भारतीय संसद, डायमंड, भारतीय स्टेट बैंक, दांडी यात्रा 75 वर्ष, गौरव पूर्ण वर्ष रेलवे आदि प्रकार के सिक्के शामिल हैं।