मामले में अब राजनीति शुरू
इस मामले में डॉक्टर अरुण रात्रे ने बिलासपुर हाईकोर्ट से अपने ट्रांसफर आदेश पर स्टे के लिए आवेदन लगा दिया है। यह भी चर्चा है कि इस मामले में अब राजनीति शुरू हो गई है। कलक्टर ने कहा अगर डॉक्टर अरुण रात्रे हाईकोर्ट की कॉपी दिखा दे तो उसे सीएमएचओ का प्रभार दिया जाएगा।
मंगलवार को कलक्टर को दूंगा कोर्ट की कॉपी
डॉक्टर अरुण रात्रे ने कहा कि उसने आदेश के तहत ही काम किया है। उनके रिटायरमेंट के चार माह के भीतर ही ट्रांसफर करना गलत है। पर उच्च अधिकारी की जैसे मर्जी। उन्होंने यह भी कहा कि वह बिलासपुर हाईकोर्ट से स्टे के लिए आवेदन दिए हैं, जिसकी कॉपी उसके पास है। कलक्टर ने भी कहा है कि अगर डॉक्टर रात्रे कोर्ट की आदेश कॉपी दिखा दें तो उसे प्रभार दिया जाएगा। अब डॉक्टर रात्रे मंगलवार को कलक्टर को स्टे कॉपी सौंपेंगे।
चर्चा यह भी…कहीं राजनीति तो नहीं
कुछ दिनों से यह मामला जिले में काफी चर्चा में है। दिशा की बैठक में डॉ. अरुण रात्रे व डॉ. बीएल रात्रे पहुंच गए थे। कलक्टर ने डॉ. अरुण रात्रे को फटकार लगा दी थी। इधर यह भी जानकारी मिल रही है कि इस मामले में राजनीति शुरू हो गई है।
स्टे आदेश की कॉपी दिखा दें तो उन्हें पदभार
बालोद कलक्टर रानू साहू ने कहा शासन के आदेश के तहत कार्यवाही की गई है। अगर डॉ. अरुण रात्रे हाईकोर्ट की स्टे आदेश कॉपी दिखा दें तो उन्हें पदभार दिया जाएगा, नहीं तो जो आदेश पहले दिए गए हैं वह यथावत रहेगी।
स्टे आदेश की कॉपी मेरे पास
आदेश के तहत ट्रांसफर हुए सीएमएचओ डॉ. अरूण रात्रे ने कहा अभी मेरे रिटायरमेंट होने में चार माह बाकी है। नियम के तहत ऐसे स्थिति में ट्रांसफर करना गलत है। इस मामले को लेकर हाईकोर्ट से स्टे के लिए आवेदन लगाए हैं और आदेश की कॉपी भी है। मंगलवार को कलक्टर को स्टे आदेश की कॉपी दूंगा।