स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक जिले में डेंगू के कुल 31 संभावित मरीज मिल चुके हैं जिसमें से 10 को डेंगू की पुष्टि की जा चुकी है। इसलिए बालोद जिले में डेंगू को लेकर लोगों में डर समाया हुआ है। लोग काफी सतर्कता बरत रहे हैं। इधर डेंगू के बचाव के लिए अब भी स्वास्थ्य विभाग व नगर पालिका का जागरूकता अभियान जारी है।
जिला मलेरिया विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक जिले के सरकारी आंकड़े के मुताबिक दुर्ग जिला अस्पताल से पुष्टि होकर आए हैं। बताया जाता है कि एक मरीज डौण्डीलोहारा क्षेत्र का है और एक गुण्डरदेही का, पर दोनों का नाम स्पष्ट नहीं किया गया है। बताया जाता है कि एक ने सिर्फ जांच कराकर वापस आ गया, तो दूसरा का इलाज रायपुर में चल रहा है। जिला मलेरिया विभाग के जिला प्रभारी सोनबोईर ने बताया दोनों का नाम आया है, पर स्पष्ट नही है। डेंगू से बचाव के लिए लगातार कार्य किया जा रहा है।
इधर नगर पालिका ने अब फॉगिंग मशीन के जरिए लार्वा नियंत्रण की कवायद कर रहा है। पूरे नगर के मुख्य मार्ग, गालियों में टिप्पर के माध्यम से फागिंग मशीन से धुआं छोड़ रहे हैं जिससे मच्छर मर जाए। नगर पालिका के स्वछता निरीक्षक पूर्णानंद आर्य ने बताया नगर पालिका को यह मशीन पहली बार मिली है। मच्छर मारने इसका उपयोग कर रहे हैं। पहले चरण में मुक्य मार्ग व मुख्य गलियों से होकर संवेदनशील क्षेत्रों में धुआं किया जा रहा है। यही नहीं स्वास्थ्य विभाग अभी भी स्कूल-कॉलेजों व गावों तथा नगर में डेंगू व स्वाइन फ्लू से बचाव के तरीके बता रहे हैं। लोगों को जागरूक भी कर रहे हैं।