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इवीएम से चुनाव जीत राज्य में सरकार बनाने वाली कांग्रेस को मशीन से इतनी नफरत क्यों: भाजपा

locationबालोदPublished: Oct 16, 2019 11:33:38 pm

आगामी नगरीय निकाय चुनाव में अप्रत्यक्ष प्रणाली से महापौर और अध्यक्ष चुने जाने को प्रक्रिया को भारतीय जनता पार्टी ने लोकतांत्रिक मूल्यों से खिलवाड़ बताया है।

इवीएम से चुनाव जीत राज्य में सरकार बनाने वाली कांग्रेस को मशीन से इतनी नफरत क्यों: भाजपा

इवीएम से चुनाव जीत राज्य में सरकार बनाने वाली कांग्रेस को मशीन से इतनी नफरत क्यों: भाजपा

बालोद @ patrika. आगामी नगरीय निकाय चुनाव में अप्रत्यक्ष प्रणाली से महापौर और अध्यक्ष चुने जाने को प्रक्रिया को भारतीय जनता पार्टी ने लोकतांत्रिक मूल्यों से खिलवाड़ बताया है। @ patrika मंत्रीमंडलीय उपसमिति की सिफारिश के खिलाफ भाजपा ने बुधवार को जमकर हल्ला बोला। पार्टी के जिला पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस सरकार के उक्त निर्णय के खिलाफ पार्टी कार्यालय से विरोध में रैली निकाली। रैली के दौरान नारेबाजी करते हुए पूरे शहर का भ्रमणकिया और एसडीएम कार्यालय पहुंच निर्णय पर पुनर्विचार करने राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा।

निर्णय को वापस लेने राज्यपाल के नाम सौंपा ज्ञापन
जिला भाजपा महामंत्री कृष्णकांत पवार ने कहा कि कांग्रेस का यह निर्णय बेहद गलत है। कांग्रेस ने प्रदेश के लोकतांत्रिक वातावरण को प्रदूषित करने और चुनाव बाद पवित्र जनादेश के साथ मनमाना खिलवाड़ करने का अपना मंसूबा जाहिर किया है। प्रदेश सरकार की यह कवायद साफ करती है।

राज्य की कांग्रेस सरकार का लोकतंत्र से खिलवाड़
नगर पालिका के पूर्व अध्यक्ष यज्ञदत्त शर्मा ने कहा कि भूपेश बघेल नेतृत्व वाली प्रदेश की कांग्रेस सरकार लोकसभा चुनावों के परिणामों से भयभीत है। शायद यही कारण है कि इस तरह के फैसले ले रही हैं। आगे उन्होंने कहा कि इवीएम के बजाय मतपत्र और महापौर-अध्यक्ष का चुनाव पार्षदों से कराकर प्रदेश सरकार और कांग्रेस लोकतंत्र पर कब्जा करने का षड्यंत्र रच रही हैं। प्रदेश सरकार की इस नीति से ऐसा लगता है कि प्लेन की सवारी के बाद हम वापस साइकिल की दुनिया में आ गए। विदेशों में इवीएम से चुनाव हो रहे हैं। उन्होंने सवाल उठाया है कि इवीएम से चुनाव जीतकर सरकार बनाने वाली कांग्रेस को इवीएम से इतनी चिढ़ क्यों है? लोकसभा चुनाव के नतीजों में अपना सूपड़ा साफ होने से भयभीत कांग्रेस नेता और प्रदेश सरकार अपने कर्मों पर पर्दा डालने के लिए यह निर्णय लिया है।

लोकतांत्रिक अधिकारों को कुचल रही कांग्रेस
विधानसभा में भाजपा से प्रत्याशी रहे पवन साहू ने कहा कि कांग्रेस जनता के लोकतांत्रिक अधिकारों को कुचलकर अपनी राजनीतिक मनमानी करने पर आमादा है और लोकतंत्र कांग्रेस के लिए कोई मायने नहीं रखता। उन्होंने कहा कि अपने कर्मों और विफलताओं के बोझ से छटपटाती कांग्रेस और उसकी सरकार को नगरीय निकाय चुनाव में हार का साफ संकेत मिल चुका है। इसीलिए इस तरह का अलोकतांत्रिक कदम उठाया गया है।

ये रहे प्रदर्शन में शामिल
इस विरोध प्रदर्शन में कुलदीप कत्याल, विनोद कौशिक, भाजयुमो जिलाध्यक्ष अमित चोपड़ा, पार्षद नितेश वर्मा, मोहन कलिहारी, छगन देशमुख, पंकज आहुजा, राजीव शर्मा, शरद ठाकुर, अश्वन बारले, तोमन साहू, प्रदीप कोशरिया, एल्डरमैन विनोद जैन, लोकेश श्रीवास्तव, नरेंद्र सोनवानी, प्रेम साहू सहित सैकड़ों कार्यकर्ता मौजूद थे।

 

 

इवीएम से चुनाव जीत राज्य में सरकार बनाने वाली कांग्रेस को मशीन से इतनी नफरत क्यों: भाजपा

संभावित हार के डर से भयभीत है राज्य की भूपेश सरकार
डौंडीलोहारा @ patrika. छत्तीसगढ़ शासन द्वारा गठित मंत्रिमंडलीय उपसमिति ने शासन की मंशा के अनुरूप नगरीय निकायों में महापौर और अध्यक्ष का चुनाव अप्रत्यक्ष रूप से कराने की अनुशंसा की है। इसके अलावा निकाय चुनाव इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन के बदले बैलेट पेपर से कराने की सिफारिश भी की गई है। राज्य सरकार के इस निर्णय के खिलाफ भारतीय जनता पार्टी द्वारा रैली निकालकर विरोध प्रदर्शन किया गया। पुराना बस स्टैंड से तहसील कार्यालय तक रैली निकालकर राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा।

जो कांग्रेस इवीएम से चुनकर आई वे बैलेट पेपर की बात कर रही
रैली को भाजपा जिला महामंत्री देवेंद्र जायसवाल, प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य पद्मावती देवांगन, मंडल अध्यक्ष रूपेश सिन्हा ने संबोधित किया। इन्होंने कहा कि सत्ता पक्ष ऐसे फैसले लेकर धन और बाहूबल का जमकर दुरुपयोग कर रही है। जो सरकार स्वयं इवीएम से चुनकर आई है वह बैलेट पेपर से चुनाव की बात कर रही है।
मौलिक अधिकारों का भी हनन
सरकार जनता के मौलिक अधिकारों का भी हनन कर रही है। इससे ऐसा प्रतीत होता है कि कांग्रेस अपनी हार के संभावित डर से ऐसे फैसले ले रही हैं। इस दौरान दिनेश जैन, शैल जायसवाल, बुधियारिन कुमेटी, लता गुप्ता, सुभद्रा तांडेकर, अनुराधा उपाध्याय, दीपचंद भंसाली, दशोदा भुआर्य, माया ठाकुर, योगेंद्र तिवारी, दारासिंग भौशार्य, इकबाल अरोरा, सुरेश देवांगन, प्यारे निषाद, धनेश यादव, मोहन निषाद, जयेश ठाकुर, रिखब जैन सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता उपस्थित थे।
इवीएम से चुनाव जीत राज्य में सरकार बनाने वाली कांग्रेस को मशीन से इतनी नफरत क्यों: भाजपा
IMAGE CREDIT: balod patrika

राजहरा में भी निकाय चुनाव के खिलाफ किया प्रदर्शन
दल्लीराजहरा @ patrika. राज्य की कांग्रेस सरकार द्वारा आगामी नगरीय निकाय अप्रत्यक्ष तौर पर एवं बैलेट पेपर से कराने के निर्णय के खिलाफ भाजपा ने विरोध प्रदर्शन किया और राज्यपाल के नाम अनुविभागीय अधिकारी को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में बताया गया है कि मंत्री मंडलीय उपसमिति के द्वारा निकाय चुनाव को लेकर पूर्व नियोजित सिफारिशों से अब इस बात का स्पष्ट खुलासा हो गया है कि कांग्रेस सरकार इस चुनाव को ग़लत तरीके से प्रभावित करना चाहती है।

धनबल और बाहुबल का रास्ता खुलेगा
शासन के इस निर्णय से सत्ता, बल, धनबल और बाहुबल का रास्ता खुलेगा और नि: संदेह ऐसा ही कांग्रेस की सरकार करना चाहती है। इस दौरान सुरेश जायसवाल, मनोज दुबे, ललित जान, गीता मरकाम, रमणी बाघ, लीलावती साहू, पुष्पलता साव, प्रवीण उईके, विमल यादव, मदन आदि उपस्थित थे।

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