वोटिंग मशीनों की जांच हैदराबाद के इंजीनियरों द्वारा किया जाएगा
मिली जानकारी के मुताबिक 10 से 27 जून या उससे आगे भी जिले के स्ट्रांग रूम में वोटिंग मशीनों की जांच हैदराबाद के इंजीनियरों द्वारा किया जाएगा। इसकी तैयारी लगभग पूर्ण हो गई है। दूसरी ओर अब निर्वाचन विभाग भी मतदाताओं की वास्तविक संख्या कितनी है, इसका पता लगा रहा है। इसके लिए 2 से 31 अगस्त तक विशेष शिविर लगाकर मतदाता सूची में नाम जोडऩे व हटाने के कार्य जिले भर में किए जाएंगे। बूथ लेवल के अधिकारी इसका बारीकी से परीक्षण करेंगे।
जिले में हैं अभी 6 लाख 66 हजार 518 मतदाता
निर्वाचन विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक जिले भर के तीनों विधानसभा मिलाकर इस साल अंतिम प्रकाशन सूची में 6 लाख 66 हजार 518 मतदाता हैं। आने वाले दिनों में इनकी संख्या और बढ़ सकती है।
जाने किस विधानसभा में कितने मतदाता
संजारी बालोद -2,15,861
डौंडीलोहरा -2,15,144
गुंडरदेही -2,35,513
कुल -6,66,518
लाइवलीहुड कॉलेज फिर बना स्ट्रांग रूम
2018 के विधानसभा चुनाव में लाइवलीहुड कॉलेज को ही स्ट्रांग रूम बनाया गया था। इस बार भी इसी को स्ट्रांग रूम बनाने की योजना है। यही वजह है कि यहां संचालित कौशल विकास योजना व जिला रोजगार पंजीयन कार्यालय को अन्य जगहों पर शिफ्ट कर दिया गया है। अब इसी कॉलेज परिसर में ही मशीनों को कड़ी सुरक्षा के बीच रखा जाएगा।
कड़ी सुरक्षा के बीच वोटिंग मशीनों को पहुंचाया
वोटिंग मशीन (इवीएम) को कड़ी सुरक्षा के बीच नगर पालिका परिसर स्थित इवीएम गोदाम में रखा गया था। अब इन मशीनों की जांच पक्रिया पूर्ण की जाएगी। हैदराबाद से इंजिनियरों की टीम एक दिन पहले ही जिले में पहुंच जाएगी जो 27 जून तक जिले में ही रहेगी। इस दौरान सभी इवीएम मशीन की जांच की जाएगी। यहां लगभग एक हजार से अधिक इवीएम मशीन लाए गए हैं।
राजनीतिक दल और प्रशासन तैयारी में जुटे
नवंबर में संभावित विधानसभा चुनाव की तैयारी में सत्ताधारी कांग्रेस, विपक्ष भाजपा व आम आदमी पार्टी के पदाधिकारी और कार्यकर्ता जुट गए हैं। सभी दल अपनी नीतियों को श्रेष्ठ बता मतदाताओं को अपने पक्ष में करने की जुगत लगा रहे हैं तो साथ ही विरोधी की कमजोरियों को भी उजागर करने से गुरेज नहीं कर रहे हैं। इसी क्रम में गांव-गांव में बैठकों का दौर शुरू हो गया है। एक दूसरे पर हमले भी किए जा रहे हैं। दूसरी तरफ प्रशासन ने भी अपनी तैयारीश् शुरू कर दी है। प्रशासन का प्रयास होगा कि वह शांतिपूर्ण तरीके से चुनाव संपन्न कराए। इस क्रम में सबसे पहले इवीएम मशीनों को दुरूस्त करने का काम शुरू किया गया है। सहायक निर्वाचन अधिकारी एमके ईश्दा ने बताया कि 10 से 27 जून तक वोटिंग मशीनों की फस्र्ट लेबल चेकिंग हैदराबाद के इंजीनियरों की टीम द्वारा की जाएगी। इसकी तैयारी शुरू कर दी गई है।