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एक दिन में ढाई फीट बढ़ा तांदुला का जल स्तर, चार दर्जन से अधिक गांवों का ब्लॉक व जिला मुख्यालय से संपर्क टूटा

locationबालोदPublished: Aug 28, 2018 12:10:56 am

बीते तीन दिनों में हुए 66 घंटे की झमाझम बारिश ने जीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। जिले के सभी नदी-नाले उफान पर है, इस वजह से दो दर्जन से अधिक गांवों का संपर्क मुख्यालय से टूट गया है।

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एक दिन में ढाई फीट बढ़ा तांदुला का जल स्तर, चार दर्जन से अधिक गांवों का ब्लॉक व जिला मुख्यालय से संपर्क टूटा

बालोद. बीते तीन दिनों में हुए 66 घंटे की झमाझम बारिश ने जीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। जिले के सभी नदी-नाले उफान पर है, इस वजह से दो दर्जन से अधिक गांवों का संपर्क मुख्यालय से टूट गया है। दूसरी ओर जिले के प्रमुख जलाशयों में तेजी से जल भराव होने से छलने की स्थिति बन चुकी है। तांदुला में एक दिन में ही लगभग ढाई फीट पानी बढ़ा है।
कलक्टोरेट से अनुसार जून से अब तक जिले में 852 मिलीमीटर बारिश हो चुकी है। वहीं एक दिन में सबसे अधिक 175 मिमी बारिश दर्ज की गई है। लगातार हो रही बारिश को देखते हुए जिला प्रशासन व शिक्षा विभाग ने जिले के सभी स्कूलों में विद्यार्थियों को अवकाश दे दिया है।

मार्गों में गिरे पेड़, आवागमन में बाधा
जानकारी अनुसार दर्जनों नाले के पुलियों के ऊपर पर तीन से आठ फीट ऊपर पानी चल रहा है, तो कहीं तेज हवा के साथ हुई बारिश से सड़कों के किनारे के पेड़ भी गिरे हैं जिससे आवागमन प्रभावित रहा। वहीं कई मार्गों पर यात्री बसें भी नहीं चली जिससे यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ा।

जलाशय में भरा 35.5 फीट पानी, छलकने चाहिए मात्र तीन फीट
इस बार अच्छी बारिश से जिले के सबसे बड़े जलाशय तांदुला को अब छलकने के लिए मात्र तीन फीट ही पानी चाहिए। पानी के आवक को देखते हुए लोगों को इस बार जलाशय के छलकने की उम्मीद है। केचमेंट एरिया में अच्छी बारिश होने से अभी और पानी भरेगा। जलाशय में साढ़े पैंतीस फीट पानी भर गया है। बता दें कि तांदुला की जल भराव क्षमता 38.50 फीट है, ऐसे में अब मात्र तीन फीट ही पानी की जरूरत है। वही गोंदली जलाशय में भी सत्ताइस फीट पानी भर गया है। खरखरा, मटियामोती जलाशय में भी तेजी से जलभराव हो रहा है।

चार साल बाद इतनी तेज बारिश, एक दिन में 175 मिमी दर्ज
भू अभिलेख शाखा से मिली जानकारी के मुताविक सोमवार को बालोद विकासखंड में सबसे ज्यादा 175 मिमी बारिस दर्ज की गई है, जो बीते चार साल में सबसे ज्यादा बारिश मानी जा रही है। विभग की मानें तो चार साल पहले 30 अगस्त को 188 मिमी बारिश दर्ज की गई थी। जानकारी के मुताबिक सोमवार को बालोद में 175 मिमी, गुरुर में 156 मिमी, गुंडरदेही में 130 मिमी, डौंडी में 55 मिमी, डौंडीलोहरा में 63 मिमी बारिश दर्ज की गई है। इधर बारिश से सेमरिया नाला, चीचबोड़, बोड़की, बिरेतरा, बोरी नाला में भी पुल के उपर तीन फीट पानी चल रहा है।

ढह गया मकान, दबने से मवेशी की मौत
ग्राम बोड़की में बल्दू राम विश्वकर्मा का कच्ची मकान तेज बारिश की वजह से ढह गया, जिसमें दबने से एक मवेशी की मौत हो गई। बताया जाता है कि घटना रविवार दोपहर दो बजे की है। कच्ची मकान के जर्जर स्थिति को देखते हुए ग्रामीणों ने बल्दू के परिवार को पंचायत भवन में आश्रय दिया है। कोटवार ने ढहे मकान की फोटो लेकर पटवारी के पास भेजने की बात कही है।

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गुरुर : मरकाटोला के पास घाटी में गिरा मलबा, मार्ग हुआ बंद
नेशनल हाइवे के ग्राम मरकाटोला के पास स्थित घाटी के आसपास की मिट्टी व पत्थर सोमवार को बारिश के कारण भर-भराकर गिर गई। हादसे में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है, लेकिन मार्ग कुछ समय के लिए बाधित रहा। ज्ञात हो कि नेशनल हाइवे मार्ग क्रमांक 30 पर ग्राम मरकाटोला के पास घाटी को काटकर सड़क बनाई गई है। जानकारी के अनुसार घाटी के ऊपर से पत्थर के तुकड़े अचानक गिरकर सड़क पर बिखर गए जिससे मार्ग में जाम की स्थिति निर्मित हो गई, लेकिन पुलिस ने पुराने मार्ग को खोलकर रास्ता साफ कराया। मार्ग में पड़े मलबों को हटवाया।
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