इधर पंडितों के अनुसार धनतेरस पर सोना, चांदी, तांबा, पीतल के बर्तन, बही-खाता खरीदना शुभ माना जाता है। इसी के तहत भूमि, भवन, वाहन, इलेक्ट्रॉनिक सामान भी इसी दिन खरीदना भी लोग शुरू कर दिए हैं, जो अब परंपरा बनती जा रही है। इसीलिए खासकर सराफा की दुकानों में बेहतर कारोबार हुआ। हालांकि कहीं-कहीं पर कारोबार में जीएसटी का भी असर देखा गया। ऐसा में बोनस और एरियर के भरोसे बाजार में अच्छा कारोबार होने की बात सामने आई।
इधर धनतेरस पर लोगों ने अपने घरों में तेरह दीए जलाकर पहले तो भगवान धनवन्तरि की विशेष पूजा की और दीप पर्व का स्वागत किया। पूरा नगर व गांव दीये से जगमग रहा। कहा जाए धनतेरस से पांच दिवसीय दीपोत्सव की शुरुआत हो गई। जिला स्वास्थ्य विभाग के आयुर्वेद अस्पताल में भी विभाग के कर्मचारियों ने दीपक जलाकर भगवान धनवन्तरि की पूजा की।
धनतेरस पर कीमती धातु, जमीन-मकान के साथ बर्तन, सोने-चांदी के सिक्के खरीदने की परंपरा को देखते हुए कारोबारियों ने आकर्षक ऑफर के साथ ज्वेलरी पर एक से बढ़कर एक ऑफर के साथ लेटेस्ट डिजाइन भी उपलब्ध कराए गए थे। सर्राफा कारोबारी के अनुसार इस समय सोने की बाजार में ग्राहकों का आकर्षण बढ़ा है। सोने-चांदी और बर्तन दुकानों में इसी लिए भीड़ रही, क्योंकि इस दिन बर्तन और सोना-चांदी की सबसे ज्यादा खरीदी की जाती है। वहीं नए कपड़े के साथ त्योहार की परंपरा के कारण शहर के बाजार में कपड़ों की दुकानों में भी अच्छी भीड़ रही। कई तरह के आफर के तहत एक फ्री, लक्की कूपन जैसे तरह-तरह के ऑफर भी ग्राहकों को आकर्षित कर रहे हैं।
ऑटोमोबाइल बाजार में भी खरीदारी के अलग-अलग शुभ मुहूर्त का अच्छा-खासा असर दिखा। नगर के जैन मोटर्स, गणपति मोटर्स व ऑरोरा होंडा, दुर्ग ऑटो मोटर्स में मोटरसाइकिल बुक कराने वालों की भीड़ रही। धनतेरस पर लगभग 200 मोटरसाइकिल की बिक्री होने की जानकारी मिली। वहीं नगर के सरदार पटेल मैदान में लगे पटाखे की दुकानों में अब लोग पटाखे खरीदने पहुंच रहे हैं।