हाथियों का दल डौंडी के जंगल कक्ष क्रमांक 123 उरझे के सरहद से निकलकर ग्राम खुर्सिटिकुर, लिमउडीह के नयापारा, केकती पारा एवं अन्य ग्राम के खेतों की धान फसल को तहस नहस कर कक्ष क्रमांक 135 में दिनभर रुके रहे। अब ग्रामीण भी जंगल जाने से डर रहे हैं। डौंडी वन परिक्षेत्र के रेंजर पुष्पेंद्र साहू ने ग्रामीणों को सजग रहने की सलाह दी। कक्ष क्रमांक 135 गांव से लगा हुआ है।
डौंडी, भानुप्रतापपुर, डौंडीलोहारा, बालोद वन विभाग के डीके सिंह, एसडीओ दल्लीराजहरा, अहिल्या कौडौ सपअ कुआंगोदी, चन्द्रशेखर भंडारी सपअ आमाडूला, हिरामन रावटे वनरक्षक डौंडी, अभिषेक सिघारे वनरक्षक पुतरवाही, शोभित कुमार सिन्हा वनरक्षक ढोर्रीठेमा, गोपीराम साहू वनरक्षक रजौलीडीह, कलीराम मंडावी वनरक्षक उरझे, कमल नारायण गौतम वनरक्षक जबकसा, गीतेश कुमार यादव वनरक्षक दिघवाड़ी, सागर कुमार मंडावी आदि दिनभर लोगों को समझाते रहे।
रविवार शाम जंगल के पास ही रजौली गांव के तुलाराम के डबरी में हाथियों का दल पानी पीने उतरा और जंगल में चला गया। इस बीच वन अमला चारों दिशाओं में टीम बनाकर मुस्तैदी के साथ उन पर नजर रख रहा है। शाम से लेकर रात तक चिंघाडऩे की आवाज सुनाई दे रही है। जिससे ग्रामीण दहशत में है।