बालोदPublished: Oct 14, 2023 11:17:01 pm
Chandra Kishor Deshmukh
पुरुषों के साथ महिलाएं भी मां दुर्गा की प्रतिमाएं बनाती हैं। प्रतिमा बनाने के साथ मातारानी की प्रतिमा का श्रृंगार भी महिलाएं करती हैं। घर के सभी महिलाएं मिलकर देवी मां को चूड़ी, चुनरी, साड़ी, माहुर, बिंदिया, नेल पॉलिश, पायल सहित पूरा सोलह श्रृंगार करती हैं।
बालोद. जिले का ग्राम बरही जहां पुरुषों के साथ महिलाएं भी मां दुर्गा की प्रतिमाएं बनाती हैं। प्रतिमा बनाने के साथ मातारानी की प्रतिमा का श्रृंगार भी महिलाएं करती हैं। घर के सभी महिलाएं मिलकर देवी मां को चूड़ी, चुनरी, साड़ी, माहुर, बिंदिया, नेल पॉलिश, पायल सहित पूरा सोलह श्रृंगार करती हैं। जब देवी मां को घर से विदाई देती हैं, तब सबकी आंखें नम हो जाती हैं। महिलाओं का कहना है कि इतने दिनों तक देवी की प्रतिमा बनाते हैं, जब लोग प्रतिमाओं को ले जाते हैं तो ऐसा लगता है कि घर से बेटी जा रही है। पूरा परिवार भावुक हो जाता है। ग्रामीण महिलाओं को मूर्ति बनाते देखते हैं तो हैरत में पड़ जाते हैं।