पुलिस ने महिला के हत्या के संदेही ताम्रध्वज (33) निवासी महामाया को हिरासत में लेकर पूछताछ की। उसने सारा सच उगलते हुए अपना जुर्म कबूल कर लिया। आरोपी युवक ने बताया कि उसे शक था कि महिला उमा बाई उसे आश्रम से निकालने के लिए गांव के लोगों को भड़का रही थी। इस कारण उसे जान से मारने की योजना बनाई और मौका मिलते ही सिर पर कुल्हाड़ी मारकर हत्या कर दी। वहीं दुर्गा बाई निवासी महामाया के साथ मिलकर मृतका को सुनसान जगह पर फेंक दिया। पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।
महिला की हत्या के मामले को गंभीरता से लेते हुए जिला पुलिस अधीक्षक जीतेंद्र सिंह मीणा के मार्गदर्शन, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक डीआर पोर्ते के निर्देशन में नगर पुलिस अधीक्षक अब्दुल अलीम खान के पर्यवेक्षण में साइबर सेल महामाया व डौंडी थाना प्रभारी की टीम गठित की गई। टीम ने तकनीकी साक्ष्यों एवं महामाया से राजहरा तक सीसीटीवी फुटेज की जांच की। गांव के कई लोगों से जानकारी प्राप्त कर लगातार संदेहियों पर नजर रखी। जिसके बाद दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया गया।