पिछले लगभग 4 से 6 महीने से अधिक समय हो गया है। पंचायतों को 14वें वित्त आयोग की राशि नहीं मिल पाई है। बहुत सी पंचायत ऐसी होती है जिनकी आय के साधन अत्यधिक सीमित होते हैं जिसके कारण पैसे नहीं मिलने की वजह से यह पंचायतें छोटे-मोटे कार्य नहीं करा पाती। इसके लिए 14वें वित्त आयोग की राशि के अलावा मूलभूत की राशि भी मिलना जरूरी होती है इस समय भीषण गर्मी के चलते ग्रामीण क्षेत्रों में कई गांव में पेयजल संकट व निस्तारी संकट भी बना हुआ है।
पंचायतों को 14वें वित्त आयोग की राशि क्यों नहीं मिल पाई है इसका कोई भी कारण या जवाब नहीं मिल पाया है। रविवार होने की वजह से अधिकारियों से भी संपर्क नहीं होने की वजह से जानकारी नहीं मिल पाई है। सूत्रों की माने तो लोकसभा चुनाव परिणाम के बाद 14वे वित्त आयोग की राशि पंचायतों को ट्रांसफर हो पाएगी। ऐसा भी माना जा रहा है कि यदि व्यवस्था बन जाती है तो यह राशि पहले बीग पंचायतों को जारी हो सकती है।
अनेक पंचायतों के सरपंचों ने 14वें वित्त आयोग की राशि अतिशीघ्र पंचायत खाते में जारी करने की मांग की है। ताकि छोटे-मोटे कारों के लिए पंचायतों को भटकना न पड़े और क्या कार्य आसानी से किए जा सके।जिले में 600 से अधिक पंचायतें है