ग्रामीणों ने ज्ञापन में जिक्र किया है कि नाम भर का आंगनबाड़ी केन्द्र जामगुरियापारा में खोला गया है। वहां केन्द्र होने के बाद भी बच्चों को सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा। यहां के आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिका का रवैया उदासीन है। मामले में एसडीएम दफ्तर पहुंचे ग्रामीणों ने यह कथन कहते हुए तहसीलदार के पास उचित कार्रवाई की मांग की है। गांव के बलदेवराम, गिरधारी, महेश्वर, लीलाधर, श्रीकांत ने आवेदन सौंपने के बाद बताया कि तीन साल से सिर्फ आंगनबाड़ी केन्द्र में सहायिका का पुत्र ही पहुंचता है। ग्रामीणों की माने तो केन्द्र चलाने में कार्यकर्ता का रुचि ही दिखा रही। सहायिका पहुंचती है, लेकिन भोजन बनाने के सामान की व्यवस्था नहीं हो पाने के कारण वह भी भोजन पका नहीं पाती है। बलदेवराम और गिरधारी का कहना है कि केन्द्र में सरकार की योजनाओं का सहीं क्रियांवयन नहीं हो पाने के कारण उसका लाभ बच्चों को नहीं मिल पा रहा है। ऐसे में केन्द्र के उपर जांच कर उचित कार्रवाई किए जाने की मांग ग्रामीणों के द्वारा की गई है।
गोठान में संचालित करते हैं केन्द्र
ग्रामीणों का कहना है कि आंगनबाड़ी केन्द्र गाय के गोठान में पिछले पांच साल से संचालित किया जा रहा है। भवन की व्यवस्था जिम्मेदार अधिकारियों ने आज तक नहीं की। ऐसे में कार्यकर्ता गाय रखने वाले जगह पर केन्द्र संचालित कर रहे हैं। वहीं ग्रामीणों का कहना है कि गंदगी बहुत अधिक रहती है। गंदगी पसरी होने के कारण ग्रामीणों ने दूसरे जगह आंगनबाड़ी लगाने की मांग कार्यकर्ताओं से कर चुके है, लेकिन आज तक कार्यकर्ताओं ने ग्रामीणों की बात को गंभीरता से नहीं लिया। नजरअंदाज करते हुए आज भी गाय के गोठान में केन्द्र लगा रही है। इसी बात को भी ग्रामीणों ने आवेदन करने के दौरान अधिकारी को अवगत कराया।
तहसीलदार,शरदचंद्र यादव ने बताया मुझे आवेदन दिया गया है। केन्द्र के जांच की मांग की गई है। एसडीएम को वस्तुस्थिति से अवगत कराया जाएगा। इसके बाद उनके द्वारा मिले निर्देंश के आधार पर आगे उचित कदम उठाया जाएगा।