वही मामले की खबर मिलने के बाद तत्काल सुपेबेड़ा के लिए नायब तहसीलदार कृष्णमूर्ति दीवान,बीएमओ डॉ.सुनील भारती और थाना प्रभारी सत्येन्द्र सिंह श्याम अपनी टीम के साथ रवाना हुए ग्रामीण द्वारा दी गई । जानकारी के आधार पर बीएमओ और उनकी टीम ने सम्बंधित व्यक्ति क घर जाकर पूरे मामले की जानकारी ली जिस पर सम्बंधित युवक ने बताया कि वह रायपुर से 11 मार्च को ही घर लौटा था । वही उसने धर्मगढ़ (ओडिशा) में इलाज करवाया है जहां के दौरान टायफाइट होना बताया गया है ।
जिसके बाद चिकित्सक द्वारा दी गई दवाइयों का सेवन वह लगातार कर रहा है । युवक ने ओडिशा के धर्मगढ़ं में इलाज के दौरान चिकित्सक द्वारा लिखी गई टायफाइट के दवाइयों की पर्ची भी बीएमओ को दिखाई ।
जिसके बाद चिकित्सक द्वारा दी गई दवाइयों का सेवन वह लगातार कर रहा है । युवक ने ओडिशा के धर्मगढ़ं में इलाज के दौरान चिकित्सक द्वारा लिखी गई टायफाइट के दवाइयों की पर्ची भी बीएमओ को दिखाई ।
बीएमओ सुनील भारती ने कहा की कोरोना का संदिग्ध मरीज होने की जानकारी गाँव के त्रिलोचन सोनवानी द्वारा दी गई थी , जिसके बाद जाँच करने पर पता चला कि जानकारी भ्रामक है ।