पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार राजपाल सोने की अंगूठियाँ, चेन, एप्पल का मोबाइल व कुछ नगदी रुपए रखा हुआ था। साथ ही उसके चार मित्र भी साथ मेंं सफर कर रहे थे। वहीं ये गिरोह इन युवकों पर काफी समय से नजर रखे हुए थे। जहां गिरोह के सदस्य मौके की तलाश में थे, तिल्दा नेवरा स्टेशन के पास जब राजपाल टॉयलेट गया, तब वहां कोई और यात्री नहीं था।
पीडि़त टॉयलेट से बाहर निकला तो गिरोह के सदस्य ने उसे नशीली दवा सुंघाकर बेहोश कर दिया और ट्रेन से नीचे उतार दिया। लुटेरों ने अंगूठी और 7000 रुपए नगद लूट लिए, साथ ही मोबाइल को भी लूटने का प्रयास किया, लेकिन टेक्नोलॉजी के जरिए पकड़े जाने के डर से वापस रख दिया।
माना जाता है कि यह घटना लगभग सुबह 6 बजे की थी। जब प्लेटफार्म में सुनसान था। जहां आरोपियों ने आराम से लूट की घटना को अंजाम दिया। वहीं इसके कुछ ही देर बाद वहां गोंडवाना एक्सप्रेस आई जिस पर गिरोह के सदस्यों ने राजपाल को बेहोशी की हालत में ही चढ़ा दिया और फरार हो गए।
इसके बाद पुलिस ने खोजबीन शुरू की जहां मंगलवार को वह भाटापारा स्टेशन के पास अर्धबेहोशी की हालत में मिला। पुलिस ने उससे जब पूछताछ की तो उसने बताया कि वह वसूली कर ट्रेन से लौट रहा था, तभी किसी ने पीछे से नशीली दवा सुंघा दिया। इससे वह बेहोश हो गया। जब उसे कुछ होश आया, तो वह सक्ती स्टेशन में था। उसके बैग में रखे वसूली के 6 हजार रुपए और मोबाइल फोन गायब हो गए थे।