scriptकांग्रेस के चुनावी घोषणा का असर धान खरीदी पर, 18 दिन बाद भी किसानों ने नहीं बेचा एक भी दाना | farmers not selling their crop after releasing congress manifesto in | Patrika News

कांग्रेस के चुनावी घोषणा का असर धान खरीदी पर, 18 दिन बाद भी किसानों ने नहीं बेचा एक भी दाना

locationबलोदा बाज़ारPublished: Nov 18, 2018 05:23:43 pm

Submitted by:

Deepak Sahu

धान खरीदी की शुरुआत एक नवंबर से की है, जिसमें पूरे 17 दिन गुजर जाने पर भी कृषक धान बेचने में रुचि नहीं दिखा रहे।

paddy crops

कांग्रेस के चुनावी घोषणा का असर धान खरीदी पर, 18 दिन बाद भी किसानों ने नहीं बेचा एक भी दाना

पलारी. छत्तीसगढ़ के विकासखंड के 22 सहकारी समिति एवं 5 जिला सहकारी बैंक के करीब 27 हजार पंजीकृत कृषक हैं, जो समितियों के माध्यम से खेती के लिए ऋण लेते हैं और अपनी उपज धान समर्थन मूल्य में सहकारी समितियों को बेचते हैं।

इस वर्ष सरकार ने समर्थन मूल्य पर धान खरीदी की शुरुआत एक नवंबर से की है, जिसमें पूरे 17 दिन गुजर जाने पर भी कृषक धान बेचने में रुचि नहीं दिखा रहे।जबकि 1750 रुपए समर्थन मूल्य और बोनस एक साथ किसानों को इस वर्ष दिया जा रहा है।अधिकांश किसानों के खेत से फसल कट गए हैं और बाकी किसान फसल काटने में जुटे हुए हैं, जिन किसानों का फसल कट गया है वह भी अपनी फसल बेचने के बजाय घर और खलिहान में रोक कर रखे हैं।

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो