इस वर्ष सरकार ने समर्थन मूल्य पर धान खरीदी की शुरुआत एक नवंबर से की है, जिसमें पूरे 17 दिन गुजर जाने पर भी कृषक धान बेचने में रुचि नहीं दिखा रहे।जबकि 1750 रुपए समर्थन मूल्य और बोनस एक साथ किसानों को इस वर्ष दिया जा रहा है।अधिकांश किसानों के खेत से फसल कट गए हैं और बाकी किसान फसल काटने में जुटे हुए हैं, जिन किसानों का फसल कट गया है वह भी अपनी फसल बेचने के बजाय घर और खलिहान में रोक कर रखे हैं।