बता दें कि योजना का लाभ केवल ऐसे प्रवासी श्रमिकों को दिया जाना है जिनका नाम किसी भी राशनकार्ड में दर्ज नहीं है। इसी कड़ी में बलौदाबाजार शहर के नगर भवन के समीप स्थित उचित मूल्य की दुकान से पुरानी बस्ती निवासी सोनाली नवरंगे के 3 सदस्यीय परिवार को इस योजना के तहत निशुल्क खाद्यान्न का लाभ दिया गया है। उन्होंने एक महीने का 15 किलोग्राम चावल उठाया है। खाद्यान्न प्राप्त करने के बाद परिवार को अब खाने की समस्या नहीं होगी। उनकी जिंदगी कोरोना काल में भी आसान हो गई है। प्रवास से वापस लौटने के बाद ये परिवार शहर के वार्ड 07 में रह रहा है।
आधार कार्ड से होगा पंजीयन
मिली जानकारी के अनुसार इस योजना का लाभ कोई भी पात्र प्रवासी श्रमिक प्राप्त कर सकेगा। इसके लिये वह प्रवासी श्रमिक जिसका नाम किसी भी राशनकार्ड मे दर्ज नही है, अपने आधार नम्ंबर और अन्य पहचान पत्र दस्तावेजों के साथ ग्रामीण क्षेत्र के लिए अपने ग्राम सचिव के माध्यम से सम्बंधित जनपद कार्यालय में और नगरीय क्षेत्र में नगर पालिका अथवा नगर पंचायत कार्यालय में जानकारी प्रस्तुत कर सकेगा। जहां उसकी डाटा एन्ट्री की जायेगी। इसके बाद उसे उसके क्षेत्र की संम्बंधित शासकीय उचित मूल्य की दुकान से माह मई और जून के लिये निर्धारित खाद्यान्न प्राप्त हो सकेगा।