हाइवा की गति का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि उसकी टक्कर से लोहे के दोनों पोल पूरी तरह से मुड़ गए। एक पोल चार पहिया वाहन पर गिरने से वाहन बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। विद्युत पोल नहीं होने पर तेज रफ्तार हाइवा सीधी घर में ही घुस जाती। जिससे बड़ी दुर्घटना हो सकती थी। वहीं दुर्घटना के बाद सिविल लाइन की पूरी विद्युत आपूर्ति ठप हो गई। विद्युत विभाग के कर्मचारियों ने मौके पर पहुंचकर क्षतिग्रस्त विद्युत पोल से विद्युत सप्लाई को काटकर विद्युत सेवा को फिर से बहाल किया।
नगर में भारी वाहनों पर पूर्णत: प्रतिबंध लगाने की मांग: नगर के लिए बायपास मार्ग का निर्माण हुए दो साल हो चुका है। इस मार्ग से भाटापारा मार्ग, रायपुर मार्ग तथा कसडोल मार्ग की ओर से आने वाले वाहन बगैर बलौदा बाजार नगर के अंदर प्रवेश किए आना-जाना कर सकते हैं। परंतु आज तक हैवी वाहनों को नगर प्रवेश किए जाने से रोका नहीं गया है। नगर में इकलौता मुख्य मार्ग है जिसमें रात्रि दस बजे से सुबह 6 बजे तक नो एंट्री निर्धारित किया गया है। बावजूद इसके दिनभर इस मार्ग से हैवी वाहन गुजरते रहते हैं। नगर के अंदर हैवी वाहनों के गुजरने से प्रतिदिन दुर्घटना की आशंका बनी रहती है।
रात्रि 10 बजे नो एंट्री खुलने के बाद इकलौते मुख्य मार्ग से पैदल गुजरना भी संभव नहीं होता है। बायपास का निर्माण पूर्ण होने के बावजूद जिला प्रशासन तथा पुलिस विभाग द्वारा हैवी वाहनों के लिए इस मार्ग का पूर्णकालिक उपयोग क्यों नहीं कराया जाता है समझ से परे है। हैवी वाहनों का यदि शहर के अंदर प्रवेश पूरी तरह से प्रतिबंधित कर दिया जाए तो यातायात व्यवस्था दुरुस्त होगी, वहीं दुर्घटनाओं का भय भी नहीं रहेगा।