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किडनी की बीमारी से पीडि़तों की संख्या हुई 100 के पार, फिर भी सरकार कर रही अनदेखी

locationबलोदा बाज़ारPublished: Apr 01, 2018 05:58:18 pm

Submitted by:

Deepak Sahu

किडनी की बीमारी से पीड़ित ग्रामीणों ने आज एसडीएम कार्यालय का घेराव किया।
 

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देवभोग. किडनी की बीमारी से पीड़ित लोगों की संख्या बढ़ती ही जा रही है। लेकिन फिर भी शासन द्वारा सुविधाओं के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया जा रहा है। इसलिए यूथ कांग्रेस के कार्यकर्ताओं सहित सैकड़ों ग्रामीणों ने शनिवार को सुपेबेडा और गोहेकेला के किडनी प्रभावित लोगों को स्वास्थ्य सुविधा मुहैया नहीं कराने का आरोप सरकार पर लगाया। इसके बाद अनुविभागीय कार्यालय का घेराव कर राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा।

मैनपुर के जनपद सदस्य और कांग्रेस के नेता व नीरज ठाकुर के नेतृत्व सैकड़ों कार्यकर्ता पहले सुपेबेड़ा पहुंचकर ग्रामीणों का हालचाल जाने। फिर पीडि़त परिवारों के साथ एसडीएम कार्यालय का घेराव किया। जैसे ही घेराव करने कांग्रेस और ग्रामीण एसडीएम कार्यालय पहुंचे। तो पुलिस ने बाहर ही रोक लिया। एसडीएम ने प्रतिनिधि मंडल बुलाकर बात की। इस दौरान कांग्रेस के युवा नेता संजय नेताम, नीरज ठाकुर ने कहा कि माडागांव के समाधान शिविर में पहुंचे प्रदेश के मुख्यमंत्री रमन सिंह ने सभी 95 मृतक परिवार को 50-50 हजार की आर्थिक सहायता की घोषणा की थी।

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नेताम का आरोप है कि सुपेबेडा में किडनी प्रभावित मामले पर मृतकों की संख्या 104 है। फिर शासन ने मात्र 95 पीडि़त परिजन को ही आर्थिक सहयोग दिया है। बाकि के साथ अन्याय हुआ है। साथ ही इलाज में आर्थिक सहयोग की राशि भी बढ़ाने के लिए मांग की गई है।नीरज ठाकुर ने कहा कि सरकार सुपेबेड़ा, औरगोहेकेला के किडनी पीडि़तों को स्वास्थ्य व पेयजल सुविधा मुहैया कराने में उदासीन रवैया अपना रही है।

वहीं यह भी कहा कि यदि सरकार इस मामले में थोड़ी भी गंभीर होती तो शायद इतने लोगों की मौत नहीं होती। वहीं मामले में एसडीएम ने कहा सुपेबेड़ा व गोहेकेला मामले में कांग्रेसियों के साथ ग्रामीणों ने ज्ञापन दिया है। दोनों ही पीडि़त गांव में पर्याप्त स्वास्थ्य व पेयजल सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। यहां किसी भी प्रकार की कोई परेशानी नहीं है। प्रशासन स्तर पर 104 मृतकों की सूची भेजी गई है। बाकि छुटे लोगों को भी मुआवजे की राशि दिलाई जाएगी।

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