प्लास्टिक के ड्रमों में भी ऐसी ही लहन डुबोकर रखी गई थी। बड़े-बड़े चूल्हों पर शराब बनाई जा रही थी। प्लास्टिक के जरीकेन और पॉलीथीन में 140 लीटर बनी हुई महुआ शराब मिली। गश्ती दल को वहां भारी मात्रा में महाराजा ब्रांड का पानी पाउच मिला, इसमें से कुछ में शराब भरी हुई थी।
वहां से पाउच पैकिंग की तीन मशीने में भी बरामद हुई हैं। ऐसी ही एक कार्रवाई हसुआ बलौदा गांव के सबरिया डेरा में जोक नदी के किनारे हुई है। दोनों कार्रवाईयों में आबकारी विभाग ने 9 हजार किलो लहन बरामद किया है। इस मामले में आबकारी विभाग किसी को पकड़ नहीं पाया है। आशंका जताई जा रही है कि पानी पाउच में भरी शराब का चुनावी उपयोग होने वाला था।
पाइपलाइन बनाकर ला रहे थे नदी का पानी : आबकारी अधिकारियों ने बताया कि शराब बनाने वाले बाकायदा गैंग बनाकर इसे अंजाम दे रहे थे। उन्होंने शराब बनाने के लिए महानदी और जोक नदी के पानी का इस्तेमाल किया। यह पानी वे बाकायदा पाइपलाइन बिछाकर अपने अड्डे तक ले आ रहे थे।