बिजली विभाग के स्थानीय अधिकारियों द्वारा व्यवस्था में जल्द सुधार कराने की आश्वासन के बाद ग्रामीणों ने अपना आंदोलन स्थगित कर दिया, लेकिन जल्द ही समस्या के समाधान नहीं होने पर फिर उग्र आंदोलन करने की चेतावनी दी है। पश्चात मैनपुर पहुंचे क्षेत्र के विधायक डमरूधर पुजारी का भी ग्रामीणों ने घेराव कर दिया और बिजली व्यवस्था में सुधार कराने की मांग को लेकर अड़े रहे। विधायक पुजारी ने बिजली विभाग के आला अधिकारियों से फोन पर चर्चा कर व्यवस्था में सुधार कराने का आश्वासन दिया है। ग्राम पंचायत देहारगुड़ा के सरपंच देवन नेताम ने बताया कि पिछले डेढ़ माह से मैनपुर क्षेत्र के ग्रामीण इलाकों के रहवासी लगातार बिजली कटौती से बेहद परेशान हो गए हैं।
सुबह से दोपहर तक और शाम से देर रात 02 बजे तक देहारगुड़ा, गिरहोला क्षेत्र की बिजली बंद कर दी जाती है। कई बार समस्या से स्थानीय अधिकारियों को अवगत करा चुके हैं, लेकिन समस्या के समाधान ही ओर ध्यान नहीं देने के कारण मजबूरन बिजली कार्यालय का घेराव करने पहुंचे हैं, यदि जल्द ही बिजली कटौती बंद नहीं की गई तो अब उग्र आंदोलन करेंगें, जिसकी सारी जवाबदारी शासन प्रशासन की होगी। आदिवासी युवा नेता शिवदयाल साण्डे ने बताया एक तरफ राज्य सरकार बिजली बिल हाफ करने की घोषणा करती है, दूसरी तरफ गांव में आधा बिजली भी नहीं मिल पा रही है। आने वाले लोकसभा चुनाव में इसका असर राज्य सरकार पर पड़ेगा।
बच्चों की पढ़ाई पूरी तरह प्रभावित
बिजली व्यवस्था में सुधार कराने के लिए न तो क्षेत्र की जनता के चुने हुए जनप्रतिनिधि ध्यान दे रहे हंै और न ही अधिकारी जिसके कारण जनता परेशान हो गई है। स्कूलों में परीक्षाएं चल रही हैं, बच्चों की पढ़ाई पूरी तरह प्रभावित हो गई है। सैकड़ों एकड़ रबी फसल सूख गए हैं, लेकिन इससे शासन प्रशासन को कोई लेना देना नहीं है। इस मौके पर प्रमुख रूप से सरपंच देवन नेताम, उपसरपंच पवन दिवान, शिवदयाल साण्डे, कल्याण सिंह, फरस राम, यमराज, जीवनलाल, गनीराम, कमलसिंह, लयसिंह, मयाराम, हेमलाल, शंकर लाल, परमेश्वर, हुमनसिंह, कार्तिकराम, प्रमोदकुमार, सियाराम, सुंदरसिंह, हेमप्रकाश, लोचनसाय, कमल प्रसाद सहित सैकड़ों की संख्या में ग्रामीणों ने शनिवार को सुबह 11 बजे मैनपुर बिजली कार्यालय का घेराव किया।