परंतु पेट्रोल डीजल के दामों को कम करने के लिए कोई योजना सरकार पेश नहीं करेगी। देखने को तो आगामी वित्तीय वर्ष में बड़े-बड़े सपने बजट में अवश्य दिखाए जाएंगे परंतु, धरातल पर उसका कहीं अता-पता नहीं होगा। अब जब करोना धीरे-धीरे कमजोर पड़ने लगा है तो वैसे भी गतिविधियां तेज हो ही रही है, तो स्वाभाविक रूप से जीडीपी में वृद्धि होगी ही, आर्थिक गतिविधियां बढऩे से रोजगार के अवसर खुल सकते हैं। जो लगभग बंद हो चुके थे, परंतु सरकार ज्यादा कुछ करेगी ऐसी उम्मीद बिल्कुल भी नहीं है।
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व्यापार जगत से जुड़े राजेश कुमार ने कहा कि सरकार को ऐसा बजट पेश करना चाहिए कि वह सीधे सीधे हर वर्ग को प्रभावित करें और हर वर्ग लाभान्वित हो सके, परंतु ज्यादातर सरकार ऐसा नहीं करती है, जिसकी वजह से असंतुलन की स्थिति निर्मित हो जाती है वहीं एक अन्य व्यवसाई दिनेश कुमार ने कहा कि बजट को लेकर सरकार से बहुत उम्मीद नहीं है, क्योंकि बीते समय में महंगाई ने रिकॉर्ड तोड़ दिया उसे सरकार कैसे मैनेज करेगी। यह एक बड़ा सवाल है। विशेष कार्ययोजना लाने की जरूरतगोपाल ने कहा कि सरकार को अब आयकर विभाग को ही समाप्त कर देना चाहिए। अन्य स्रोतों से इसकी भरपाई सरकार को करना चाहिए। संजय ने कहा कि सरकार को आयकर में 10 लाख रुपए तक की छूट देनी चाहिए। धनेश कुमार ने कहा कि व्यापार व्यवसाय की स्थिति दिनोंदिन खराब होती गई है। सरकार को आर्थिक गतिविधि बढ़ाने हेतु विशेष कार्य योजना लानी चाहिए।
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ऑनलाइन बिजनेस को कम करे सरकार एक अन्य व्यवसाई बृज किशोर ने कहा कि सरकार को एफबीआई से दूर रहकर वॉलमार्ट, फ्लिपकार्ट, जिओ, मार्ट एवं ऑनलाइन बिजनेस को कम करने पहल करनी चाहिए। तभी देश में रोजगार के अवसर बढ़ेंगे और लोगों को रोजगार मिल सकेगा और व्यापार व्यवसाय की स्थिति में भी सुधार आएगा। सरकार दिशाहीन हो चुकी
मुकेश कुमार ने कहा कि सरकार दिशाहीन हो चुकी है सरकार चाहे कैसा भी बजट पेश करें देश की अभी आर्थिक स्थिति 2014 के पहले जैसी नहीं आने वाली है। इसलिए सरकार को गंभीरता के साथ हर वर्ग को लाभ मिल सके और व्यापार व्यवसाय तथा आर्थिक गतिविधियां तेज हो सके ऐसा बजट पेश करना चाहिए।
मुकेश कुमार ने कहा कि सरकार दिशाहीन हो चुकी है सरकार चाहे कैसा भी बजट पेश करें देश की अभी आर्थिक स्थिति 2014 के पहले जैसी नहीं आने वाली है। इसलिए सरकार को गंभीरता के साथ हर वर्ग को लाभ मिल सके और व्यापार व्यवसाय तथा आर्थिक गतिविधियां तेज हो सके ऐसा बजट पेश करना चाहिए।