मामले का खुलासा करते हुए एएसपी राजेश अग्रवाल ने प्रेसवार्ता में बताया कि गंडई डाकघर के उप डाकपाल धनेश्वर दास वैष्णव ने 22 अक्टूबर को थाना में रिपोर्ट दर्ज कराया कि डाकघर का मेनगेट का ताला तोड़कर किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा लॉकर का चॉबी चोरी कर उसमें रखे 10 लाख 81 हजार 194 रूपए की चोरी कर लिया गया है।
उन्होंने बताया कि प्रार्थी की शिकायत पर मामला दर्ज कर पुलिस विवेचना में जुटी थी। क्राईम ब्रांच की टीम तत्काल हरकत में आते हुए घटना स्थल का निरीक्षण कर गंड़ई में कैम्प लगाया था। इस दौरान टीम द्वारा डाकघर के पूरे स्टॉफ का विस्तृत लेकर पूछताछ की गई। अग्रवाल ने बताया कि प्रार्थी उप डाकपाल ने अपने बयान में बताया कि था कि बैग में रखी चाबी गायब थी। प्रार्थी ने लेनदेन का पैसा 10 लाख 81 हजार रूपये तिजोरी में रखकर चाबी अपने बैंग में रखने की बात बताई थी और यह भी कहा था कि शाम को वह बैग को डाकघर में छोड़कर रिपेयरिंग में दिए अपने स्कूटी को लाने चला गया था और वापस आने के बाद वह अपने घर डोगरगांव चला गया। टीम को डाकघर से कुछ कर्मचारी पर शक हुआ और पूछताछ किया गया।
चोरी के बाद चाबी को नदी में फेंक दिया था
पूछताछ में डाकघर के कर्मचारी सौरभ डहरिया पर शक हुआ। घटना के बारे में उससे कड़ाई से पूछताछ किया गया। पूछताछ में सौरभ डहरिया ने अपना जुर्म स्वीकार किया और बताया कि 20 अक्टूबर को उप डाकपाल धनेश्वर दास वैष्णव के बैग से लॉकर की चाबी को चुराकर अपने पास रख लिया था और सभी कर्मचारी के चले जाने के बाद लॉकर से रूपये को चोरी कर लिया। चोरी की रकम को आरोपी अपने बड़ी मा के घर छुपाकर रखा था और लॉकर की चाबी को नदी में फेंक दिया था।
कटे फटे नोट को जला दिया
एएसपी ने बताया कि आरोपी सौरभ डहरिया पिता घनश्याम डहरिया उम्र 25 साल निवासी पंडरिया गंड़ई द्वारा कटे फटे व पुराने हो चुके 14 हजार 700 रूपए को जला दिया गया था। आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड में भेजा गया।