ग्रामीणों की माने तो मामले में कई बार जिम्मेदार अधिकारियों को भी जानकारी दी जा चुकी है, लेकिन आज तक जिम्मेदार भी यहां पर नहीं पहुंचे है, जिसके कारण गांव की महिलाएं डेढ़ किमी दूर जाकर अलसुबह से झिरिया खोदकर पानी लाने को मजबूर हो गई हैं। वहीं हैंडपंप से लाल पानी निकलने की जानकारी ग्रामीणों ने विधायक डमरूधर पुजारी को भी दी है, जिसके बाद उन्होंने जल्द ही उचित कदम उठाए जाने का आश्वासन ग्रामीणों को दिया है।
गांव की चंचला बाई यादव और देवकी का कहना है कि गांव में नल-जल योजना लगने के बाद उम्मीद थी कि नल-जल योजना से शुद्ध पानी गांव में पीने के लिए मिल जाएगा, लेकिन योजना के तहत् गांव में लाखों रुपए का पाइप-लाइन का विस्तार किया गया, लेकिन स्थिति आज भी जस की तस बनी हुई है।