मृतका के ससुर राजकुमार मार्कंडेय ने पुलिस को बताया कि शुक्रवार को सुबह 6 बजे वह फसल देखने खेत गया था। 8 बजे उसकी पत्नी और पुत्र कामता भी खाद लेकर खेत पहुंचे। खेत में खाद डालकर निंदाई कर रहे थे, तभी 11 बजे ग्राम से कुलेश्वर सतनामी खेत में जाकर उसे घर चलने के लिए कहा। कारण पूछने पर उसने घर में बताऊंगा कहा। घर पहुंचने पर घर के बाहर बस्ती वालों की भीड़ लगी थी। घर के अंदर जाकर देखा तो सोने के कमरे में मेरी बहु दुरपत, नातिन आकांक्षा और नाती आदित्य की आग से जली लाख पड़ी हुई थी। पास ही मिट्टी तेल का डिब्बा और मिट्टी तेल से भीगा हुआ छेना भी पड़ा हुआ था। फौरन इसकी जानकारी पुलिस को दी गई। मौके पर पहुंचे एसआई एलआर गिरी ने बताया कि मृतिका ने आत्महत्या के लिए अपने ऊपर आग लगाी तो मृतिका के देवर की लडक़ी ममता ने घर से धुआं निकलते देखा। तब उसने यह बात अपने दादा को बताई। दादा ने घर जाकर देखा तो दोनों बच्चे जली हुई हालत में मिले।
वहीं मृतिका भी जली हुई अवस्था में तड़प रही थी। उसने इसकी सूचना मृतिका के पति को देने एक युवक को खेत भेजा। वहीं पुलिस को इसकी सूचना दी। सूचना मिलते ही तत्काल मौके पर पहुंचकर देखा तो मृतिका और दोनों बच्चे जली हुई अवस्था में मृत मिले। पुलिस ने मर्ग कायम कर तीनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा, जहां से शव मिलने पर उसके परिजनों को सौंप दिया गया। पुलिस ने मामला विवेचना में लिया है। पोस्टमॉडम करने वाले डॉ. बीएस ध्रुव ने बताया कि मृतिका ने पहले बच्चों के ऊपर मिट्टी तेल डालकर जलाया फिर उसने अपने ऊपर मिट्टी तेल डालकर आत्महत्या की।
घटना की भनक लगते ही पसरा मातम
ग्राम टिपावन में जैसे ही इस दर्दनाक घटना की जानकारी ग्रामीणों को लगी पूरा गांव मातम में है। सभी इस घटना से स्तब्ध है। इस प्रकार की ग्राम में पहली घटना है मृतिका का पति इस सदमे को बर्दाश्त नहीं कर पाया और तीनों के मृत शरीर को देख अचेत हो गया। उसे संभालने परिजन और ग्रामीण लगे हुए हैं। जैसे ही इस घटना की खबर तहसीलदार पैकरा को लगी तो वह भी ग्राम जाकर स्थिति का जायजा लिया। विधानसभा अध्यक्ष गौरीशंकर अग्रवाल ने इस आगजनी की घटना पर दुख व्यक्त करते हुए पीडि़त परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की है। कलक्टर व पुलिस अधीक्षक को मदद के लिए निर्देश दिए हैं।