पुलिस विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रार्थी सरजू यादव पिता पंचराम यादव उम्र 35 वर्ष निवासी भद्रा गुरुवार की रात लगभग 7.30 बजे अपने घर के परछी में बैठा था। इसकी परत्नी पूर्णिमा यादव बेटे शिवम यादव के साथ अपने घर के सामने चचेरे छोटा भाई सुंदर लाल यादव के ब्यारा में बैठकर फोन पर बात कर रही थी। उसी समय प्रार्थी ने अपने लड़के शिवम के जोर से चीखने की आवाज सुनकर भागता हुआ ब्यारा में गया तो उसने देखा कि प्रार्थी की पत्नी पूर्णिमा यादव घायल हालत में जमीन पर बेहोश पड़ी हुई थी। उसके सिर से खून निकल रहा था। उसके पास सुंदर लाल यादव अपने हाथ में टंगिया लेकर खड़ा था।
पास में जाने पर सुंदर लाल ने प्रार्थी को भी जान से मारने के इरादे से अपने हाथ में पकड़े टंगिया से प्राण घातक वार किया। खुद को बचाने के दौरान प्रार्थी सरजू यादव के बाएं हाथ में टंगिया के वार से गंभीर चोट आई। तब प्रार्थी सरजू अपनी जान बचाकर ब्यारा से भागकर पास पड़ोसियों को चिल्लाकर जगाया और घटना की जानकारी दी।
सरजू की आवाज सुनकर जब तक पड़ोसी दौड़कर पहुंचे तब तक सुंदर लाल घटनास्थल से भाग गया था। प्रार्थी ने ग्रामीणों के साथ तत्काल घटना की जानकारी सिटी कोतवाली बलौदा बाजार में दी जिस पर थाना सिटी कोतवाली बलौदा बाजार में धारा 302, 307 भादवि पंजीबद्ध किया गया और आरोपी की पता तलाश की गई। पुलिस की तगड़ी घेराबंदी तथा मुस्तैदी के चलते आरोपी को महज तीन घण्टे के भीतर ही पकड़ लिया गया।
तथा आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है। पुलिस पूछताछ में आरोपी ने बताया कि आरोपी तथा मृतका के बच्चों के बीच झगड़ा हुआ था जिसके बाद मृतका ने आरोपी के बच्चों को डांट दिया था जिसके बाद आरोपी बेहद उत्तेजित था इसी वजह से उसने मृतका की हत्या की है। उक्त कार्रवाई में थाना प्रभारी विजय चौधरी, प्रधान आरक्षक अरसद खान, आरक्षक मोहन जांगड़े, बीरबल पंकज, अमीर राय एवं दीपक साहू का विशेष योगदान रहा।