घटना के संबंध में मिली जानकारी के अनुसार बीती रात बीसीसी मशीन के द्वारा डाउन लाइन पर ट्रैक पर कार्य किया जा रहा था। तभी सेंट्रल लाइन से बरौनी एक्सप्रेस अपनी गति से आ रही थी। बीसीसी मशीन की आवाज में काम कर रहे लोग ट्रेन की आवाज नहीं सुन पाई और ट्रेन धड़धड़ाते हुए उनके पास से गुजर गई, जिसके चपेट में आने से ट्रैक पर काम रहे एके चांद की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं उनका साथी चंद्रप्रकाश को गंभीर चोटें आई है। उन्हें उपचार के लिए रायपुर ले जाया गया है, जहां उसकी हालत गंभीर बताई जा रही है।
बताया जाता है कि जहां वे काम कर रहे थे वहां पर्याप्त लाइन नहीं थी। जिसकी वजह से लोग ट्रेन को नहीं देख पाए और हादसे के शिकार हो गए। इस हादसे को लेकर रेलवे कर्मचारियों और ट्रेक मशीन वालों में काफी आक्रोश व्याप्त है। रेलवेकर्मी पंकज कुमार ने बताया कि हमने रेल प्रबंधक को ज्ञापन सौंपकर रात्रि की ड्यूटी को दिन में परिवर्तित करने फरवरी माह में ज्ञापन सौंपा था। लेकिन इस पर अभी तक कोई निर्णय नहीं लिया गया।