इसी बीच उन्होंने रेंजर को सूचना दी। सूचना मिलते ही वन अमला भी शहर में पहुंच गया और हिरणों को जंगल में सुरक्षित पहुंचाने मशक्कत शुरु की। करीब 3 घंटे की मशक्कत के बाद एक हिरण तो जंगल में चला गया लेकिन दूसरा जख्मी हो गया था। उसे वन विभाग द्वारा पकड़कर ले जाया गया। इलाज के बाद रविवार को उसे सुरक्षित जंगल में छोड़ा जाएगा।
शनिवार की दोपहर लगभग 2.30 बजे दो हिरन जंगल से रास्ता भटक कर पहाड़ी मंदिर के पीछे वार्ड क्रमांक 13-14 में जंगल से भटक कर आ गए। उन्हें देखते ही कुत्ते दौड़ाने लगे। इस दौरान काफी संख्या में नगरवासी भी एकत्रित हो गए और वे भी हिरण के पीछे-पीछे दौडऩे लगे।
इसी दौरान वार्ड क्रमांक-15 निवासी विकास अग्रवाल व अन्य युवाओं ने इसकी जानकारी रेंजर वाईएल धु्रव को दी व हिरण को कुत्तों से बचाते हुए उनकी सुरक्षा में लग गए। इसी बीच रेंजर भी वन अमले के साथ मौके पर पहुंच हिरण को सुरक्षित जंगल में भगाने में लग गए। करीब तीन घंटे की मशक्कत के बाद एक हिरण तो जंगल में चला गया लेकिन दूसरा इधर-उधर भटकता रहा।
उसे भी मशक्कत के बाद पकड़कर वन वाटिका ले जाया गया, वह मामूली रूप से जख्मी हो गया है। रेंजर ने बताया कि घायल हिरण का इलाज कराकर सुबह जंगल में छोड़ दिया जाएगा।
कुत्तों के हमले में हो गई थी मौत
3 दिन पूर्व ही कोरिया जिले में कुत्तों ने एक हिरण के ऊपर हमला कर उसे गंभीर रूप से घायल कर दिया था। बाद में उसकी इलाज के दौरान मौत हो गई थी। फिर वन विभाग द्वारा उसका अंतिम-संस्कार किया गया था।