कड़ाई से पूछताछ में उन्होंने छात्र की गला दबाकर हत्या कर जंगल में लाश फेंकने की बात स्वीकार की। उन्होंने बताया कि छात्र का अपहरण उन्होंने फिरौती के लिए की थी। छात्र की हत्या उसके पड़ोस में ही रहने वाले युवक ने अपने 2 दोस्तों के साथ मिलकर की थी। पुलिस ने तीनों को गिरफ्तार कर लिया है।
गौरतलब है कि बलरामपुर जिले के रामानुजगंज स्थित वार्ड क्रमांक-2 निवासी अलीम मिस्त्री का बेटा इजहान अकरम 8वीं कक्षा का छात्र था। वह ४ सितंबर की शाम 4.30 बजे बालक माध्यमिक स्कूल से छुट्टी के बाद घर के लिए निकला था लेकिन रास्ते से ही वह गायब हो गया था।
बेटे के घर नहीं पहुंचने से परेशान परिजन ने काफी खोजबीन की लेकिन पता नहीं चलने पर रात 8 बजे थाने में इसकी सूचना दी। पुलिस छात्र की खोजबीन में जुटी थी। इसी दौरान शक के आधार पर उन्होंने छात्र के ही पड़ोसी साहिल बारी पिता वसीम बारी 19 वर्ष तथा उसके 2 दोस्त समशेर आलम पिता रशीद खान 18 वर्ष व मो. रजा उर्फ मो. इसरार पिता ताजुद्दीन 20 वर्ष को हिरासत में लिया।
पहले तो वे छात्र के गायब होने में अपना हाथ होने से इनकार करते रहे लेकिन कड़ाई से पूछताछ में वे टूट गए। उन्होंने बताया कि उन्होंने छात्र की गला दबाकर हत्या कर कनकपुर के जंगल में लाश फेंक दी है। इसके बाद पुलिस ने तीनों को गिरफ्तार कर लिया। कार्रवाई में रामानुजगंज टीआई भारद्वाज सिंह, एसआई मनोज सिंह, राजकुमार साहू समेत अन्य शामिल रहेे।
जंगल से सुबह बरामद की लाश
शुक्रवार की सुबह पुलिस तीनों आरोपियों को लेकर रामानुजगंज से करीब 6 किमी दूर वाड्रफनगर मार्ग पर स्थित कनकपुर जंगल पहुंची। यहां पुलिस ने छात्र की लाश बरामद की। अपने मासूम बेटे की लाश देखकर माता-पिता के रोने का ठिकाना नहीं रहा। छात्र के माता-पिता ने भी पड़ोसी पर ही शंका जाहिर की थी।
रुपए की थी जरूरत
पुलिस की पूछताछ में मुख्य आरोपी साहिल बारी ने बताया कि उन्हें रुपयों की जरूरत थी, इस कारण उन्होंने छात्र का अपहरण किया था। सूत्रों के अनुसार उन्होंने 7 लाश रुपए की डिमांड की थी। पकड़े जाने व छात्र द्वारा बाद में उनकी पहचान कर लिए जाने के डर से उन्होंने उसकी हत्या कर जंगल में लाश फेंक दी।
चौपाटी में खिलाया फिर की हत्या
आरोपियों ने बताया कि स्कूल से लौटने के दौरान साहिल ने उसे अपनी बाइक में बैठने कहा था। पड़ोसी होने के कारण छात्र उसके साथ चला गया था। इसके बाद वे उसे लेकर रामानुजगंज के चौपाटी पहुंचे और यहां नाश्ता कराया। इसके बाद घूमने जाने की बात कहकर तीनों उसे कनकपुर के जंगल की ओर ले गए और यहां हत्या कर दी।