बलरामपुर जिले में लकड़ी तस्करों ने ड्यूटी पर तैनात चौकीदार को कुचल दिया, उसकी हालत गंभीर बताई जा रही है
अंबिकापुर. लकड़ी तस्करों के हौसले इतने बढ़ गए हैं कि वे अब किसी की जान की भी परवाह नहीं कर रहे हैं। ऐसा ही एक मामला बलरामपुर जिले के चांदो से लगे ग्राम करचा-झारखंड बार्डर से आया है। पिकअप में लकड़ी लोड देख बुधवार की देर रात बैरियर चौकीदार ने उसे रोका तथा इसकी जानकारी मोबाइल पर रेंजर को देने लगा। इसी बीच तस्कर पिकअप चौकीदार पर चढ़ाते हुए फरार हो गया। घायल चौकीदार को गंभीर स्थिति में मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के चांदो से लगे ग्राम इदरी क्षेत्र में लकड़ी तस्करी का खेल जमकर चल रहा है। वन विभाग द्वारा काफी प्रयास के बावजूद तस्कर अपने मंसूबों में कामयाब हो रहे हैं। वहीं लकड़ी तस्कर वन अधिकारियों को ठेंगा दिखाते हुए आराम से तस्करी को अंजाम दे रहे हैं। क्षेत्र में लकड़ी तस्करों के हौसले इतने बुलंद हैं कि वे लोगों की जान से भी खेलने से नहीं चुक रहे हैं। ऐसे ही एक मामले में बुधवार की रात करीब 3 बजे एक तस्कर बिना नंबर के पिकअप में लकड़ी लोड कर झारखंड जा रहा था। वह ग्राम करचा-झारखंड बार्डर पर पहुंचा तो फॉरेस्ट बैरियर के चौकीदार अमीर तिर्की 28 वर्ष ने उसे रोक लिया।
लकड़ी लोड देख वह मोबाइल से इसकी सूचना क्षेत्र के रेंजर को देने लगा। इसी बीच तस्कर ने पिकअप स्टार्ट कर चौकीदार को टक्कर मारते हुए झारखंड की ओर फरार हो गया। टक्कर से चौकीदार के चेहरे, सिर व शरीर के अन्य हिस्से में गंभीर चोटें आईं और वह बेहोश हो गया। करीब 15 घंटे तक उसे होश नहीं आया था। वन अधिकारियों द्वारा गुरुवार की दोपहर उसे अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया है। यहां उसकी हालत नाजुक बनी हुई है। विभाग द्वारा अज्ञात लकड़ी तस्कर के खिलाफ चांदो थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई गई है।