बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के करौंधा थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पाकरडीह निवासी कस्टू राम पत्नी के साथ रहकर खेती-किसानी से जीवन-यापन करता था। उसका इकलौता बेटा काफी समय से लापता है जबकि बेटियां अपने ससुराल में रहती हैं। 13 अप्रैल को ग्राम प्रेमनगर में रहने वाली बेटी भगवती बाई ने 14 अप्रैल को थाने में पिता की हत्या कर शव गांव के ही गड्ढे में फेंक दिए जाने की रिपोर्ट दर्ज कराई।
गड्ढे में पड़ा था शव
बेटी ने गमछा व बाल्टी के बगल में रखे पैरा में देखा तो खून के छींटे नजर आए। खून के निशान की दिशा में वह गई तो गड्ढे में पिता की लाश पड़ी हुई थी। इसके बाद वह थाने पहुंची और पुलिस को सूचना दी। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरु की। पीएम रिपोर्ट में सिर में गहरे चोट के कारण मौत की पुष्टि के बाद पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ धारा 302 के तहत अपराध दर्ज कर विवेचना शुरु की।
भाइयों ने ही की थी हत्या
पुलिस की विवेचना में यह बात सामने आई कि मृतक के सगे भाइयों बंधना राम व गोपाल राम से उसका जमीन संबंधी पुराना विवाद चल रहा है। इसके बाद पुलिस ने दोनों को हिरासत में लेकर कड़ाई से पूछताछ शुरु की तो उन्होंने भाई की हत्या की बात स्वीकार कर ली।
कार्रवाई में ये रहे शामिल
कार्यवाही में थाना प्रभारी जयसिंह धुर्वे, एएसआई प्रकाश तिर्की, कैलाश सिंह, प्रधान आरक्षक संत कुमार नेताम, आरक्षक धिरेन्द्र सिंह चंदेल व राधेश्याम पैकरा शामिल रहे।