इसी बीच सुबह उसकी लाश गांव से लगे जंगल के पास अमरूद पेड़ से फांसी
(Commits suicide) पर लटकी मिली। छात्रा ने आत्महत्या कर ली थी। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शव उतरवाकर पीएम के लिए अस्पताल भिजवाया। इधर बेटी की मौत से परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।
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बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के करौंधा थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम श्रीकोट निवासी प्रेमा पिता हाबिल राम 15 वर्ष श्रीकोट स्थित गहिरा गुरु आश्रम में कक्षा 10वीं की छात्रा थी। बुधवार की रात वह पढ़ाई नहीं कर रही थी, इसे लेकर उसके पिता ने उसे फटकार लगाई। उन्होंने कहा कि पढ़ाई के लिए बार-बार बोलना पड़ता है।
इससे छात्रा काफी नाराज हो गई और बोलने लगी कि आपलोग मुझे एक ही बात को लेकर बार-बार परेशान करते हैं। इसी बीच अलसुबह करीब 3.30 बजे वह घर से निकल गई। परिजनों को जब यह पता चला कि बेटी घर से भाग निकली है तो वे उसे खोजने निकल गए लेकिन अंधेरा होने के कारण उसका कहीं पता नहीं चला।
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पेड़ पर लटकी मिली लाशपरिजन उसे खोज ही रहे थे कि कुछ ग्रामीणों ने उसकी लाश
(Commits suicide) गांव से लगे भेलवाडीह टोंगरी के पास अमरूद के पेड़ पर फांसी पर लटकती देखी। इसकी सूचना उन्होंने परिजनों को दी। परिजनों की सूचना पर करौंधा पुलिस मौके पर पहुंची और शव को नीचे उतरवाया।
पुलिस ने पीएम पश्चात शव परिजन को सौंप दिया। मामले में पुलिस ने मर्ग कायम कर मामले की विवेचना शुरु कर दी है। बताया जा रहा है कि छात्रा पढऩे-लिखने में अच्छी थी।
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