सुसाइड नोट में लिखी ये बातें
ज्योति ने आत्महत्या (Commits suicide) करने से पहले सुसाइड नोट भी लिखा है। उसने लिखा है कि ‘मैं ज्योति, मेरे घरवाले बहुत अच्छे हैं और मेरे पति मुझे बहुत प्यार करते हैं, लेकिन मैं गलत हूं, इसके बाद भी मेरे घरवाले मुझे बहुत प्यार करते हैं। मेरे पति भगवान से बढ़कर हैं लेकिन मैं ही गलत रास्ते पर चली गई। मुझे ले जाने वाला मिलन मंडल है, उसने मेरी जिंदगी बर्बाद कर दी और मैं जान देने पर मजबूर हो गई हूं। मेरी मौत का जिम्मेदार मिलन मंडल है।’
ज्योति का एक 10 व 7 साल के 2 पुत्र हैं। मां की आत्महत्या (Commits suicide) के बाद बच्चों उनका रो-रोकर बुरा हाल है। ज्योति के आत्महत्या कर लेने से मासूमों के सिर से मां का साया उठ गया।
पति-पत्नी दोनों थे बीमार
ज्योति राय एवं उसका पति विनोद राय दोनों मलेरिया टाइफाइड से पीडि़त थे। दोनों का इलाज रामानुजगंज अस्पताल में चल रहा था। पति जब सुबह 3 बजे के करीब उठा तो पत्नी का शव फांसी से लटकता मिला, इसके बाद उसने परिजनों एवं मोहल्ले वासियों को इसकी सूचना दी।
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