इसी वित्तीय वर्ष में पहाडख़डुुवा व सेवारी के मध्य पडऩे वाले पकड़ी नाले पर जल संचय के लिए लाखों रुपए की लागत से स्टाप डेम का निर्माण किया गया था, जो निर्माण के साथ ही भ्रष्टाचार (Corruption) की भेंट चढ़ गया।
एक सप्ताह पूर्व हुई बारिश में स्टाप डेम के बह जाने से कई किसानों की फसल को नुकसान उठाना पड़ा। वन विभाग के सभापति लुकेश सांडिल्य, कृषि समिति के सभापति मुकेश गुप्ता, जनपद सदस्य सुकुल पैकरा ने बहे स्टाप डेम का अवलोकन कर बताया कि देखने से ही प्रतीत होता है कि वन विभाग द्वारा बिना बेस के ही निर्माण कार्य किया था।
बोल्डर पिचिंग की सिर्फ खाना पूर्ति के साथ पानी के आउट लेट का भी निर्माण गलत तरीके से किया गया था जिसके चलते स्टाप डेम भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया है।
दोषियों के खिलाफ होनी चाहिए कार्रवाई
जनपद सदस्यों ने बताया कि बैठक में वन विभाग के खिलाफ निंदा प्रस्ताव पारित किया गया है, इस मामले में दोषियों पर कार्रवाई होनी चाहिए।
दोषियों के खिलाफ होनी चाहिए कार्रवाई
जनपद सदस्यों ने बताया कि बैठक में वन विभाग के खिलाफ निंदा प्रस्ताव पारित किया गया है, इस मामले में दोषियों पर कार्रवाई होनी चाहिए।
इस संबंध में मुकेश गुप्ता ने कहा कि वन विभाग द्वारा गुपचुप तरीके से निर्माण कार्य कराए जाने के कारण जनप्रतिनिधियों के साथ आम जनता को निर्माण की जानकारी नहीं हो पाती है। साथ ही निर्माण स्थल पर किसी भी प्रकार बोर्ड न होना दुर्भाग्यपूर्ण है। हम सभी जनपद सदस्यों की कोशिश है कि वन विभाग द्वारा कराए जा रहे कार्य पारदर्शिता के साथ मानक के अनुरूप हों।