scriptमहाराष्ट्र से लौट रहे बिहार के मजदूरों ने बयां की पीड़ा, फैक्ट्री मालिक ने की पिटाई, मजदूरी भी नहीं दी | Covid-19: Factory owner beaten laborer, even did not give wages | Patrika News

महाराष्ट्र से लौट रहे बिहार के मजदूरों ने बयां की पीड़ा, फैक्ट्री मालिक ने की पिटाई, मजदूरी भी नहीं दी

locationबलरामपुरPublished: May 20, 2020 11:30:33 pm

Covid-19: महाराष्ट्र के जलगांव स्थित सूजी फैक्टरी में काम करने वाले मजदूर लिफ्ट लेकर जैसे-तैसे पहुंचे छत्तीसगढ़-झारखंड बॉर्डर

महाराष्ट्र से लौट रहे बिहार के मजदूरों ने बयां की पीड़ा, फैक्ट्री मालिक ने की पिटाई, मजदूरी भी नहीं दी

Laborer

रामानुजगंज. महाराष्ट्र जलगांव में आटा सूजी फैक्ट्री में काम करने वाले बिहार के बैतली के मजदूरों ने फैक्ट्री मालिक द्वारा मजदूरी नहीं दिए जाने एवं मारपीट किए जाने का गंभीर आरोप लगाया। मजदूरों ने बताया कि पैसा नहीं होने के कारण जैसे तैसे वे लिफ्ट लेते हुए रामानुजगंज तक पहुंचे हैं।

बिहार बैतली के मजदूर राहुल कुमार, शिवा, अभिषेक ने बताया कि हम महाराष्ट्र के जलगांव में विश्व भारती कंपनी में आटा सूजी फैक्ट्री में काम करते थे, जहां लॉकडाउन के पहले 40 मजदूर कार्य करते थे। लेकिन लॉकडाउन के बाद 30 मजदूर वहां से चले गए थे जिसके बाद हम लोगों पर काम का काफी दबाव आ गया था।
इस बीच महाराष्ट्र में कोरोना के फैलाव को देखते हुए हम लोग डर गए थे। बार-बार मालिक से पास बनवा कर अपने गांव जाने की मांग कर रहे थे परंतु मालिक द्वारा पास तो नहीं बनवाया जा रहा था, वहीं हम लोगों के साथ मारपीट की गई यहां तक कि पैसे तक नहीं दिए गए। इसके बाद हम लोग जैसे-तैसे रामानुजगंज पहुंचे हैं।

झारखंड के मजदूरों ने भी सुनाई पीड़ा
झारखंड के गढ़वा जिला अंतर्गत ग्राम डंडई के मजदूर संतोष कुमार, जितेंद्र कुमार, बबलू कुमार सहित अन्य मजदूर तमिलनाडु के मदुरै जिला अंतर्गत ऊंचेपरमेल में ब्रिज बनाने में कार्य करते थे। इन्होंने बताया कि लॉकडाउन के बाद मालिक द्वारा कार्य करने का दबाव बनाया जाता था तो वहीं वहां कार्य करने पर पुलिस डंडा मार रही थी।
इस कारण हम लोग बार-बार अपने गांव जाने की जिद कर रहे थे परंतु हम लोगों को नहीं जाने दिया जा रहा था। इसके बाद हम लोगों ने एक मिनी बस के मालिक से बात की तो उसने गांव जाने के लिए परमिट बनवा दिया। फिर मिनी बस को 75 हजार में बुक किया गया जिसके लिए हम लोगों को सोना-चांदी एवं जमीन गिरवी रखना पड़ गया।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो