ड्रग इंस्पेक्टर विकास दुबे ने बताया कि 7 मार्च को मोबाइल पर सूचना मिली कि ग्राम डिंडो में एक मोबाइल दुकान संचालक द्वारा प्रतिबंधित कफ सिरप की बिक्री की जा रही है। सूचना पर वे डिंडो चौकी के 2 सहायक उपनिरीक्षक के साथ दुकान में पहुंचे और 8 बोतल बिना लेबल एवं 3 बोतल लेबल लगा हुआ प्रतिबंधित कफ सिरप जब्त किया।
ग्रामीणों ने की मारपीट की कोशिश
ड्रग इंस्पेक्टर ने बताया कि 8 मार्च को शाम करीब 5 बजे करीब सनावल थाना प्रभारी अमित बघेल एवं पुलिस बल के साथ युवक को गिरफ्तार करने हम लोग ग्राम सलवाही गए। यहां ग्रामीणों द्वारा में घेरा जाने लगा एवं मेरे साथ मारपीट की कोशिश की जाने लगी।
थाना प्रभारी से रिवाल्वर लूटने की कोशिश
इस संबंध में सनावल थाना प्रभारी अमित बघेल ने बताया कि जब हम युवक को गिरफ्तार करने गए तो ग्रामीण आक्रोशित थे। उनके द्वारा घेराव कर दिया गया एवं ड्रग इंस्पेक्टर से मारपीट की कोशिश की जाने लगी, इसके बाद मैंने ड्रग इंस्पेक्टर को उनके वाहन तक पहुंचाया। इसके बाद ग्रामीणों ने मुझसे हाथापाई की और मेरी चेन, मोबाइल एवं घड़ी लूट ली। उन्होंने मेरा रिवाल्वर भी लूटने की कोशिश की।
पुलिस ने पहले दिन ही सहयोग किया होता तो नहीं होती घटना
जिस दिन युवक के पास से प्रतिबंधित कफ सिरप बरामद किया गया था, यदि पुलिस तत्परता से उसी दिन युवक को गिरफ्तार कर लेती तो दूसरे दिन ऐसी घटना नहीं घटती। डिंडो पुलिस चौकी के असहयोगात्मक रवैया के कारण ऐसी घटना घटी।
ड्रग इंस्पेक्टर ने चौकी प्रभारी पर लगाए गंभीर आरोप
ड्रग इंस्पेक्टर विकास दुबे ने डिंडो चौकी प्रभारी पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि घटना के पहले दिन जब प्रतिबंधित कफ सिरप पर कार्यवाही की गई। इस दौरान जब चौकी प्रभारी से बात की तो उन्होंने कार्यवाही नहीं करने के लिए कहा। वहीं कार्रवाई करने की स्थिति में उल्टा फंसा देने की धमकी भी दी। उनके द्वारा न तो पहले दिन और न ही दूसरे दिन कोई सहयोग किया गया। इस कारण यह स्थिति निर्मित हुई।
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