मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने उच्चाधिकारियों के निर्देश पर ऑपरेशन मुस्कान के तहत कार्रवाई करते हुए नाबालिग को 24 घंटे के भीतर आरोपी युवक के पास से बरामद कर लिया। आरोपी उसे अपने साथ भगा ले गया था। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर उसे जेल भेज दिया है।
बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के बरियों चौकी अंतर्गत ग्राम सिधमा के ठाकुर सरनापारा निवासी एक व्यक्ति ने 18 सितंबर को रिपोर्ट दर्ज कराई कि उसकी नाबालिग बेटी रात करीब 1.30 बजे से गायब है। पिता ने बताया कि खाना खाकर वह अपने कमर ेमें सोने चली गई थी। रात में जब उठकर देखा तो शौचालय की लाइट जल रही थी तथा बेटी कमरे से गायब (Daughter missing) है। इसके बाद पुलिस ने आईजी के निर्देश पर ऑपरेशन मुस्कान चलाया और मुखबिरों को सक्रिय किया।
इसी बीच 19 सितंबर को पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि गायब नाबालिग लडक़ी को ग्राम सिधमा के घुटरापारा निवासी सरमेंद्र पिता जगरनाथ धोबी के साथ सरगुजा जिले के गांधीनगर थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम केशवपुर में देखा गया है।
इसके बाद पुलिस ने चौकी प्रभारी के नेतृत्व में दबिश देकर केशवपुर से आरोपी युवक के कब्जे से नाबालिग को बरामद कर लिया। पुलिस ने धारा 363, 366 के तहत आरोपी के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। (Daughter missing)
कार्रवाई में ये रहे शामिल
कार्रवाई में बरियों चौकी प्रभारी सुनील तिवारी, एएसआई हिमेंद्र कुशवाहा, प्रधान आरक्षक अभिषेक दुबे, शशिशेखर तिवारी, आरक्षक रिंकू गुप्ता, मिथलेश पाठक, मुकेश गुप्ता, शिवलाल कुजूर, प्रदीप यादव, नागेंद्र पांडेय, महिला आरक्षक स्वाति राजवाड़े, सरोज केरकेट्टा व सुमित्रा उइके शामिल रहे।