जानकारी के अनुसार मंगलवार की सुबह करीब 9 बजे जोकापाठ से चलने वाली पापुलर बस क्रमांक सीजी 15 ए 6616 अंबिकापुर के लिए निकली थी। तभी जोकापाठ घाट पर ग्राम भरतपुर के नजदीक बस अनियंत्रित होकर पलट गई। हादसे के बाद बस में सवार 40-45 यात्रियों के बीच चीख-पुकार मच गई।
कई यात्री तो अंदर ही फंस गए। मौके पर पहुंचे आसपास के लोगों ने शीशा तोड़कर घायल यात्रियों को बाहर निकाला। सूचना पर पुलिस भी मौके पर पहुंची। हादसे में 20 यात्रियों को गंभीर चोट आई। सभी को संजीवनी 108 से शंकरगढ़ अस्पताल लाया गया। यहां प्राथमिक उपचार के बाद 4 यात्रियों की हालत गंभीर देख उन्हें संजीवनी 108 से अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया। शेष घायलों का शंकरगढ़ अस्पताल में राजपुर बीएमओ डॉ. रामप्रसाद तिर्की व स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा उपचार किया जा रहा है। चालक व खलासी नशे में धुत था और बस काफी तेज रफ्तार में खलासी चला रहा था, जिसकी वजह से घाट पर ये हादसा हो गया। बस के पलटते ही दोनों मौके से फरार हो गए।
हादसे में ये हुए घायल
बस हादसे में गंभीर रूप से घायलों में 24 वर्षीय गुड्डू नगेशिया पिता विदेश, 16 वर्षीय अनुराग पिता गिरवर, 35 वर्षीय रामाधार, 35 वर्षीय चरई पति अनु, 25 वर्षीय संजय पिता बसंत, 40 वर्षीय समुद्री पति मोहर, 40 वर्षीय बैजनाथ पिता फजीहत, 28 वर्षीय हरिहर, 60 वर्षीय गिरधारी पिता खुशिहाल, 32 वर्षीय पुटी पति मंगला, 4 वर्षीय सुनैना पिता दीपू, 32 वर्षीय दीपू पिता जोखन, 35 वर्षीय चरकी पति बंधना व 43 वर्षीय सुखमनिया शामिल हैं। इनमें से चरखी पति बंधना, दीपू पिता जोखन, सुखमनिया व संजय को अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया है।
बस हादसे में गंभीर रूप से घायलों में 24 वर्षीय गुड्डू नगेशिया पिता विदेश, 16 वर्षीय अनुराग पिता गिरवर, 35 वर्षीय रामाधार, 35 वर्षीय चरई पति अनु, 25 वर्षीय संजय पिता बसंत, 40 वर्षीय समुद्री पति मोहर, 40 वर्षीय बैजनाथ पिता फजीहत, 28 वर्षीय हरिहर, 60 वर्षीय गिरधारी पिता खुशिहाल, 32 वर्षीय पुटी पति मंगला, 4 वर्षीय सुनैना पिता दीपू, 32 वर्षीय दीपू पिता जोखन, 35 वर्षीय चरकी पति बंधना व 43 वर्षीय सुखमनिया शामिल हैं। इनमें से चरखी पति बंधना, दीपू पिता जोखन, सुखमनिया व संजय को अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया है।