सोशल मीडिया का भी सहारा लिया जा रहा था। इसी बीच गुरुवार को बालिका के झारखंड के एक गांव में होने की सूचना मिली। सूचना मिलते ही बालिका के पिता व नगरवासी वहां पहुंचे और बच्ची को सकुशल बरामद किया।
बेटी जब घर आई तो माता-पिता की आंखें खुशी से छलक गईं। दरअसल झारखंड निवासी एक दंपती बच्ची को अकेला देख वहां से अपने साथ ले गए थे। उन्होंने अपने गांव में भी इसकी सूचना दी थी।
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रामानुजगंज नगर पंचायत के वार्ड क्रमांक 15 निवासी शफीक अंसारी की
3 वर्षीय पुत्री शहनाज 25 मई की सुबह 11 बजे घर से लगे पहाड़ी मंदिर की सीढिय़ों पर खेल रही थी। इसी बीच वह अचानक गायब हो गई थी। माता-पिता ने अपने स्तर से उसकी काफी खोजबीन की लेकिन उसका कहीं पता नहीं चला था।
उसी दिन उन्होंने पुलिस को इसकी सूचना दी। यह बात जब नगर के युवाओं को पता चली तो उन्होंने बालिका की खोजबीन शुरु की तथा सोशल मीडिया में भी उसकी फोटो शेयर की। दूसरे दिन भी जब बालिका का पता नहीं चला तो माता-पिता और ज्यादा परेशान हो गए थे।
इसी बीच गुरुवार की सुबह बालिका के
छत्तीसगढ़ सीमा (CG-Jharkhand Border) से लगे झारखंड के सरहदी ग्राम भंवरी में होने का पता चला। इसके बाद पुलिस बल की मौजूदगी में बालिका को एक दंपती के पास से सकुशल बरामद कर लिया गया। अपनी बेटी को पाकर माता-पिता के आखों से आंसू छलक गए। वहीं नगरवासियों व पुलिस ने भी राहत की सांस ली।
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युवाओं ने चिपकाया था पोस्टरबालिका को ढूंढने नगर के उत्साही युवा फिरोज, रहमान, अनुज दास, आयुष सोनी, समीर खान, रोहित गुप्ता, अभिषेक दास, रोशन कश्यप सहित अन्य युवाओं के द्वारा आसपास के गांवों में पोस्टर चिपकाने के अलावा घर-घर भी संपर्क किया गया था। इधर निखिल सोनी ने भी सोशल मीडिया के माध्यम से खोजने का भरपूर प्रयास किया था।
यहां तक की छत्तीसगढ़ सीमा से लगे झारखंड (Jharkhand) के सरहदी गांव में भी पोस्टर लगाए गए थे। युवाओं के टीम द्वारा बुधवार को ग्राम भंवरी में पोस्टर लगाया गया था। इसके बाद आज सुबह 8.30 बजे के करीब सूचना मिली की बालिका ग्राम भंवरी में ही है।
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अकेला देखकर ले गया था दंपतीजिस घर में बालिका मिली, वहां के दंपती का कहना है कि वे पहाड़ी मंदिर में पूजा करने गए थे। वहां से लौटते समय उन्होंने बालिका को अकेले खेलते देखा तो उसे अपने पास बुला लिया था। उन्होंने बताया कि उन्होंने काफी देर तक वहां रुक कर बालिका के माता-पिता के आने का इंतजार किया, लेकिन कोई नहीं आया तो इस कारण अपने साथ ले गए कि बच्ची खो गई होगी।
गांव में आने के बाद उन्होंने ग्रामीणों को भी बताया था उन्हें मंदिर के पास एक बच्ची मिली है। यदि कोई खोजने आता है तो जरूर बताएं कि बालिका उनके पास सुरक्षित है।