इसमें पति ने लिखा है कि वह पत्नी को गलत काम करने से मना करता था लेकिन नहीं मानती थी, इसलिए मार डाला। इधर घरवालों का कहना है कि 10 साल शादी को होने के बाद भी दोनों के कोई संतान नहीं थे। इसे लेकर दोनों में अक्सर विवाद होता रहता था। इसी कारण पति ने उसकी हत्या की होगी। पुलिस मामले की विवेचना में जुट गई है।
बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के शंकरगढ़ थानांतर्गत ग्राम भुवनेश्वर निवासी संतोष पिता सीबन 28 वर्ष की शादी 10 वर्ष पूर्व संगीता से हुई थी। शादी के इतने साल गुजर जाने के बाद भी दोनों की कोई संतान नहीं थी। इसे लेकर दोनों के बीच अक्सर विवाद होता रहता था। 19 मई की दोपहर 3 बजे संतोष ने घर का दरवाजा भीतर से बंद कर दिया।
इस दौरान पत्नी भी कमरे के भीतर ही थी। 20 मई की दोपहर 12 बजे तक दरवाजा नहीं खुलने पर घरवालों को शंका हुई। उन्होंने दरवाजा खटखटाया तो भीतर से कोई आवाज नहीं आई। फिर उन्होंने शाम को शंकरगढ़ थाने में इसकी सूचना दी। सूचना पर रात में पुलिस पहुंची और दरवाजा तोड़कर भीतर घुसी।
उन्होंने देखा तो पत्नी की बिस्तर पर लाश पड़ी थी जबकि पति म्यार में फांसी से झूल रहा था। उसने हाथ में चाकू भी पकड़ रखा था। सोमवार की सुबह पुलिस दोबारा वहां पहुंची और पंचनामा पश्चात दोनों के शवों को पीएम के लिए अस्पताल भिजवाया।
कमरे से एक सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है जिसमें लिखा गया है कि वह संगीता को गलत काम करने से मना करता था लेकिन वह नहीं मानती थी। जबकि उनके परिजनों का कहना है कि 10 साल तक शादी के बाद भी बच्चे नहीं होने से दोनों के बीच अक्सर विवाद होता था।
इसी विवाद के चक्कर में संतोष ने पत्नी की हत्या कर खुद फांसी लगा ली होगी। सुसाइड नोट में लिखी बातें और परिजनों के बयान को लेकर पुलिस असमंजस में पड़ गई है। पुलिस मर्ग कायम कर मामले की जांच में जुट गई है।
सुसाइड नोट में ये लिखा
संभवत: सुसाइड नोट पति संतोष ने लिखा है। उसने लिखा है कि संतोष और संगीता शादी से पहले कसम खा चुके थे शंकर भगवान के सामने। हजार बार मनाया गलत न करो लेकिन नहीं मानती थी। मैं उसे छोड़ न सका तो मार डाला और खुद भी मर गया। इसमें किसी को परेशान न करें।
संभवत: सुसाइड नोट पति संतोष ने लिखा है। उसने लिखा है कि संतोष और संगीता शादी से पहले कसम खा चुके थे शंकर भगवान के सामने। हजार बार मनाया गलत न करो लेकिन नहीं मानती थी। मैं उसे छोड़ न सका तो मार डाला और खुद भी मर गया। इसमें किसी को परेशान न करें।