घटना के 15 घंटे बाद दूसरे दिन मासूम की लाश 5 किलोमीटर दूर जंगल में पेड़ों के बीच फंसी मिली। पुलिस ने शव बरामद कर पीएम के लिए वाड्रफनगर अस्पताल भिजवा दिया है। इधर मासूम बेटे की मौत से माता-पिता व अन्य परिजन का रो-रोकर बुरा हाल है।
बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के चलगली थानांतर्गत बच्छराज कुंवर धाम स्थित हैं। यहां बाबा के दर्शन करने काफी संख्या में लोग पहुंचते हैं। धाम तक पहुंचने के लिए एक नाला पार करना होता है। बुधवार को झारखंड के गढ़वा जिले के ग्राम झोतर निवासी अवधेश यादव, उसकी पत्नी, 5 वर्षीय बेटा सुशील यादव सहित 6 सदस्य स्वीफ्ट कार से बच्छराज कुंवर धाम पहुंचे थे।
शाम करीब 6 बजे सभी कार से उतरकर नाला पार कर रहे थे। वे नाले के बीच में पहुंचे ही थे कि अचानक बाढ़ आ गई। इसमें अवधेश का बेटा सुशील पानी की तेज धार के साथ बह गया। इधर अन्य लोगों को मौके पर मौजूद श्रद्धालुओं ने किसी तरह बाहर निकाला। मासूम बेटे के बाढ़ में बह जाने से पूरा परिवार रोने-बिलखने लगा।
इसकी सूचना चलगली टीआई को मिली तो वे अन्य पुलिसकर्मियों के साथ मौके पर पहुंचे। अंधेरा हो जाने के कारण रेस्क्यू टीम बालक को नहीं खोज पाई।
दूसरे दिन मिली लाश
गुरुवार को सुबह से ही पुलिस व रेस्क्यू टीम बालक की खोजबीन करती रही। इसी बीच गुरुवार की सुबह करीब 9.30 बजे घटनास्थल से 5 किलोमीटर दूर जंगल में पेड़ों के बीच उसकी लाश फंसी हुई थी। पुलिस ने शव को बरामद किया तथा पंचनामा पश्चात उसे पीएम के लिए वाड्रफनगर अस्पताल भिजवाया।
दूसरे दिन मिली लाश
गुरुवार को सुबह से ही पुलिस व रेस्क्यू टीम बालक की खोजबीन करती रही। इसी बीच गुरुवार की सुबह करीब 9.30 बजे घटनास्थल से 5 किलोमीटर दूर जंगल में पेड़ों के बीच उसकी लाश फंसी हुई थी। पुलिस ने शव को बरामद किया तथा पंचनामा पश्चात उसे पीएम के लिए वाड्रफनगर अस्पताल भिजवाया।
बालक की खोजबीन करने में एएसपी पंकज शुक्ला के निर्देशन में चलगली टीआई मुकेश सोम, एसआई एनके पैंकरा, आरक्षक पंकज, सुबोध, प्रदीप राजवाड़े, संतोष व जनकधारी के अलावा बच्छराज कुंवर धाम समिति के सदस्य लगे थे।
माता-पिता का रो-रोकर बुरा हाल
मासूम बेटे की लाश मिलने की खबर जैसे ही उसके माता-पिता को मिली, उनका रो-रोकर बुरा हाल हो गया। वे कहां भगवान के दर्शन करने आए थे और इधर उन्होंने बेटे को खो दिया।
फंस थे करीब 150 श्रद्धालु
घटना के संबंध में एएसपी ने बताया कि बुधवार को शाम हुई बारिश के कारण पहाड़ से उतरा पानी बच्छराज कुंवर के पास से होकर गुजने नाले में बाढ़ के रूप में आ गया। इस दौरान करीब 150 श्रद्धालु नाले में काफी देर तक फंसे रहे। करीब घंटेभर बाद जब पानी का बहाव कम हुआ तो श्रद्धालु बाहर निकले।
गौरतलब है कि इस धाम के नाले में हर वर्ष इसी तरह अचानक बाढ़ आती है। पिछले वर्ष भी बाढ़ में फंसे श्रद्धालुओं को रेस्क्यू टीम द्वारा रस्सी के सहारे सुरक्षित बाहर निकाला गया था।