scriptनक्सली हिंडाल्को माइंस के मुंशी व 2 गार्ड को ले गए हैं साथ, परिजनों ने लगाई रिहाई की गुहार | Maoists: Maoists took Munshi and 2 guard from Hindalco mines | Patrika News

नक्सली हिंडाल्को माइंस के मुंशी व 2 गार्ड को ले गए हैं साथ, परिजनों ने लगाई रिहाई की गुहार

locationबलरामपुरPublished: Dec 01, 2020 11:50:20 pm

Maoists: हिंडाल्को माइंस (Hindalco mines) क्षेत्र में घुसे हथियारबंद माओवादियों (Naxali) ने 2 दिन पूर्व घटना को दिया था अंजाम, परिजनों में किसी अनहोनी की आशंका को लेकर दहशत

नक्सली हिंडाल्को माइंस के मुंशी व 2 गार्ड को ले गए हैं साथ, परिजनों ने लगाई रिहाई की गुहार

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कुसमी. झारखंड बॉर्डर से लगे ग्राम सरईडीह व जलजली ग्राम में 28 नवंबर की देर रात 30 से 35 की संख्या में पहुंचे हथियारबंद माओवादियों (Maoists) ने बाक्साइट माइंस में काम करने वाले दो भाइयों की बेदम पिटाई की। साथ ही एक मुंशी व दो गार्ड को अगवा कर अपने साथ ले गए।
मारपीट में घायल दोनों भाइयों का उपचार अंबिकापुर के निजी अस्पताल में चल रहा है। माओवादियों द्वारा अपहृत मुंशी व दोनों गार्ड के परिजनों ने उन्हें छोडऩे की गुहार लगाई है। इस घटना को लेवी वसूली से जोडक़र देखा जा रहा है। घटनास्थल भले ही झारखंड के महुआडांड़ थाना क्षेत्र का है, लेकिन इसे लेकर सामरी क्षेत्र में काफी दहशत है। अपहृत लोगों में एक सामरी का भी निवासी है।

28 नवंबर की देर रात लगभग 1 बजे 30 से 35 की संख्या में हथियारबंद माओवादी पहले सरईडीह पहुंचे। यहां उन्होंने राजेंद्रपुर बाक्साइट माइंस में कार्य करने वाले मुंशी 40 वर्षीय रामधनी यादव पिता बंगाली यादव को घर से बाहर निकालकर उसके साथ मारपीट कर अपने साथ ले जाने।
इस दौरान उसके परिजनों ने रामधनी को छोडऩे की गुहार लगाई, लेकिन माओवादी उसे साथ ले गए। इसके बाद माओवादियों ने झारखंड के कुदाग काटा घर के पास २ गार्ड झारखंड के चैनपुर निवासी सूरज प्रसाद सोनी पिता तुलसी प्रसाद व सामरी निवासी संजय यादव पिता नान्हू यादव को भी अगवा कर लिया।
फिर तीनों को साथ लेकर ग्राम जलजली पहुंचे, यहां माओवादी राजेंद्रपुर बाक्साइट माइंस में मुंशी का काम करने वाले दो भाई मनोज यादव व शिवबालक यादव के घर पहुंचे। माओवादियों ने रामधनी यादव के माध्यम से घर का दरवाजा खुलवाया। इसके बाद दोनों भाइयों को बाहर निकालकर बांध कर डंडे व गन्ने से उनकी बेदम पिटाई कर दी।
इससे दोनों बेहोश हो गए। माओवादी दोनों भाइयों को भी अगवा कर साथ ले जाने लगे तो उनकी ७० वर्षीय वृद्ध मां, मनोज की पत्नी व बच्चे उन्हें छोडऩे की गुहार लगाने लगे। इस पर माओवादियों ने वृद्ध मां के साथ भी मारपीट की, फिर कुछ दूर दोनों भाइयों को साथ ले जाने के बाद बेहोशी की हालत में छोड़ दिया।
माओवादी अपने साथ एक मुंशी रामधनी यादव व दोनों गार्ड को ले गए। इस पूरे घटनाक्रम के दौरान माओवादी बार-बार तीनों मुंशियों से पैसा दिलाने की बात भी कर रहे थे तथा माइंस को बंद कराने की भी धमकी दे रहे थे। इसलिए इस पूरे घटनाक्रम को लेवी वसूली से ही जोडक़र देखा जा रहा है।

परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल
परिजनों ने मीडिया के माध्यम से माओवादियों से मुंशी व दोनों गार्डों को सही-सलामत छोड़ देने की गुहार लगाई है। उनका रो-रोकर बुरा हाल है। परिजनों का कहना है कि रोजी-रोटी के लिए बाक्साइट माइंस में काम करते हैं। उन्हें मुंशी व दोनों गार्ड की काफी चिंता सता रही है। इधर मारपीट से घायल हुए दोनों भाई मनोज यादव व शिवबालक यादव का इलाज अंबिकापुर के निजी अस्पताल में चल रहा है।

सबाग-सामरी क्षेत्र में दहशत
चूंकि कुदाग माइंस झारखंड सीमा (Jharkhand border) में आता है तथा इस घटना की रिपोर्ट भले ही झारखंड के महुआडांड़ थाना में हुई है, लेकिन सरहद पर हुई इस घटना से सामरी-सबाग क्षेत्र में काफी दहशत है। इधर सामरी थाना प्रभारी ने कहा है कि मामले की कोई रिपोर्ट थाने में नहीं हुई है। महुआडांड़ थाने में गार्ड को अगवा किए जाने की रिपोर्ट की जानकारी मिली है।
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