उसने आपबीती सुनाई तो सेंटर के अधिकारियों ने इसकी सूचना अंबिकापुर चाइल्ड लाइन को दी। इसके बाद मामला किशोरी के परिजन ने थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई। रिपोर्ट पर पुलिस ने दोनों युवकों को अलग-अलग गांव से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
बलरामपुर जिले के चलगली व कोटराही निवासी 2 युवक एक किशोरी को काम दिलाने के बहाने 20 फरवरी को बहला-फुसलाकर आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा ले गए थे। यहां दोनों युवकों द्वारा किशोरी का दैहिक शोषण (Rape with minor girl) किया जा रहा था, इससे परेशान किशोरी ने विजयवाड़ा के सखी सेंटर पहुंचकर अपनी आपबीती बताइ।
सखी सेंटर द्वारा चाइल्ड लाइन अंबिकापुर को किशोरी के बारे में जानकारी दी गई। इस पर पुलिस द्वारा किशोरी को परिजनों के साथ जाकर विजयवाड़ा से उसे बरामद कर परिजनों को सौंपा गया। इसके बाद परिजनों द्वारा आजाक थाना बलरामपुर में आरोपियों के खिलाफ घटना की शिकायत की गई थी। (Minor girl raped)
जांच का जिम्मा वाड्रफनगर एसडीओपी ध्रुवेश जायसवाल को दिया गया था। विवेचना के दौरान दो आरोपियों के खिलाफ धारा 366, 363, 376 एवं पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज करते हुए आरोपी की खोजबीन शुरु की गई।
मुखबिर की सूचना पर दोनों गिरफ्तार
खोजबीन के दौरान मुखबिर की सूचना पर चलगली थाना के पड़ौली निवासी आरोपी 35 वर्षीय युवक भगत सिंह बारी पिता हरिप्रसाद अपने पुत्र के इलाज हेतु सिविल अस्पताल वाड्रफनगर आया हुआ था।
इसी दौरान उसे गिरफ्तार किया गया। वहीं दूसरे आरोपी 22 वर्षीय युवक धर्मेंद्र बादी पिता हृदय को कोटराही से गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया, जहां से दोनों को जेल भेज दिया गया।