scriptबस में महिला से कंडक्टर ने किया दुव्र्यवहार, तनाव की स्थिति हुई निर्मित, विधानसभा में भी उठ चुका है मामला | Misbehave with women: conductor misbehaved with the woman in the bus | Patrika News

बस में महिला से कंडक्टर ने किया दुव्र्यवहार, तनाव की स्थिति हुई निर्मित, विधानसभा में भी उठ चुका है मामला

locationबलरामपुरPublished: Dec 23, 2019 09:26:35 pm

Misbehave with women: महिला अपने 2 बच्चों के साथ बस में कर रही थी सफर, रुपए वापस करने को लेकर बस कर्मचारी ने किया था दुव्र्यवहार

बस में महिला से कंडक्टर ने किया दुव्र्यवहार, तनाव की स्थिति हुई निर्मित, विधानसभा में भी उठ चुका है मामला

Demo pic

रामानुजगंज. रविवार की शाम 3 बजे रॉयल बस से झारखंड के छतरपुर से एक महिला के अपने दो बच्चों के साथ रामानुजगंज आने के दौरान बस कर्मचारी के द्वारा 60 रुपए के चलते दुव्र्यवहार किया गया। इससे ग्राम आरागाही में बस आते ही एवं ग्रामीणों को इसकी जानकारी लगाने पर तनाव की स्थिति निर्मित हो गई।
बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने बस का घेराव कर दिया। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची। थाना प्रभारी के हस्तक्षेप के बाद बस कर्मचारी द्वारा माफी मांगने के बाद मामले का पटाक्षेप हो पाया। गौरतलब है कि कांग्रेस विधायक वृहस्पति सिंह ने बसों में स्थानीय लोगों के लिए सीट आरक्षण का मामला विधानसभा में भी उठाया था। (Misbehave with women)

रविवार की दोपहर लगभग 3 बजे रीना देवी पति संजय प्रजापति उम्र 30 वर्ष ने कर्माचराई छतरपुर, झारखंड से अपने ससुराल भंवरमाल जाने के लिए ग्राम आरागाही तक बस किराया 240 रुपए कर्मचारी सुनील चौधरी को देने के लिए 500 का नोट दिया, इसके बाद सुनील चौधरी ने 200 रुपए वापस किया तथा 60 रुपए आगे चलकर देने को कहा।
जब महिला आरागाही में उतरने लगी एवं 60 रुपए की मांग करने लगी तो सुनील चौधरी द्वारा कहा गया कि चलो अंबिकापुर वहीं पर रुपए देंगे, इस दौरान उसने महिला के साथ दुव्र्यवहार किया। इसकी भनक आरागाही के लोगों को लगते ही राजा तिवारी एवं सरपंच सहित बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने बस का घेराव कर दिया।
इसकी सूचना मिलने पर पुलिस तत्काल मौके पर पहुंची। बस कर्मचारी व महिला को थाने लाया गया। बस कर्मचारी को थाना प्रभारी सुरेंद्र कुमार श्रीवास्तव ने जमकर फटकार लगाई, वहीं महिला को भी समझाकर इस मामले का पटाक्षेप किया गया।

छत्तीसगढ़ के सवारी आए दिन झारखंड में होते हैं दुव्र्यवहार का शिकार
छत्तीसगढ़ के सवारियों के साथ झारखंड में दुव्र्यवहार होना यह कोई नई बात नहीं है। आए दिन छत्तीसगढ़ के सवारी जो बड़ी संख्या में प्रतिदिन गढ़वा, रेहला रेलवे स्टेशन से छत्तीसगढ़ के विभिन्न शहरों तक आने के लिए बस पकड़ते हैं, उन्हें सीट के लिए दुव्र्यवहार का सामना बस के कर्मचारियों से करना पड़ता है।
यहां तक कि यदि बस अंबिकापुर तक चलती है तो रामानुजगंज के या बलरामपुर के सवारियों को सीट नहीं दी जाती है, जब उनके द्वारा महिला या बच्चों के साथ में रहने का हवाला देकर सीट की जिद की जाती है तो अंबिकापुर तक का टिकट कटवा कर ही सीट दी जाती है।

विधानसभा तक में उठ चुका है सीट का मामला
रामानुजगंज एवं बलरामपुर से होकर जाने वाली यात्री बसों में स्थानीय लोगों का सीट आरक्षित किए जाने की बात विधायक बृहस्पत सिंह ने विधानसभा तक में उठाई थी। इसके बाद भी बस ऑपरेटरों के द्वारा रामानुजगंज एवं बलरामपुर के सवारियों के साथ सीट देने में आनाकानी की जाती है।

बलरामपुर जिले की क्राइम की खबरें पढऩे के लिए क्लिक करें- Balrampur Crime

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो