Parliamentary Secretary: डेढ़ करोड़ रुपए की लागत से प्री-मैट्रिक बालक छात्रावास (Pre-Metric hostel) भवन का निर्माण शुरू किया गया है लेकिन भवन निर्माण (Building construction) का अभी ड्राइंग (Drawing) ही फाइनल नही हुआ है, इसके बावजूद ठेकेदार द्वारा शुरू कर दिया गया था काम, घटिया निर्माण देख लगाई फटकार
Parliamentary Secretary Chintamani Maharaj
कुसमी. ब्लॉक मुख्यालय के बीईओ कार्यालय के पीछे करीब डेढ़ करोड़ रुपए की लागत से प्री-मैट्रिक बालक छात्रावास भवन का निर्माण शुरू किया गया है लेकिन भवन निर्माण का अभी ड्राइंग फाइनल नही हुआ है इसके बावजूद ठेकेदार द्वारा काम शुरू कर दिया गया था। निर्माण कार्य भी घटिया कराया जा रहा था।
इसकी जानकारी जब किसी ने वहां से कुछ दूरी पर आंगनबाड़ी केंद्र भवन के लोकार्पण में पहुंचे संसदीय सचिव चिंतामणी महाराज को दी तो वे भी निर्माण स्थल पहुंचे। यहां घटिया निर्माण को देखकर भड़क गए और काम को तत्काल बंद कराने के साथ विभागीय अधिकारियों के देखरेख में प्राकलन के हिसाब से गुणवत्तापूर्ण कार्य कराने के निर्देश दिए गए।
संसदीय सचिव ने देखा कि निर्माण कार्य में कॉलम खड़ा करने के लिए सरिया की जाली व कालम खड़ा करने में छड़ का कम उपयोग किया जा रहा है। सीमेंट भी बारिश के पानी के असर से खराब हो गया था।
संसदीय सचिव (Parliamentary Secretary) ने आरईएस विभाग के एसडीओ व सब इंजीनियर को हिदायत दी कि किसी भी स्थिति में घटिया निर्माण नही होनी चाहिए। निरीक्षण के दौरान जनपद अध्यक्ष हुमन्त सिंह, उपाध्यक्ष हरीश मिश्रा, जनपद सीईओ रणवीर साय सहित अन्य उपस्थित रहे।
IMAGE CREDIT: Parliamentary Secretary Chintamani Maharajकाम कराया गया बंद गौरतलब है कि कुसमी ब्लॉक मुख्यालय में संचालित 50 सीटर प्री मैट्रिक बालक छात्रवास का अब तक अपना भवन नही बन पाया है इस कारण दूसरे 30 शैय्या क्षमता के बालक छात्रावास के साथ एक भवन व अतिरिक्त कक्ष में संचालित हो रहा था।
अब यहां 1 करोड़ 52 लाख 97 हजार रुपए लागत का भवन एवं अहाता निर्माण की शासन से स्वीकृति मिलने के बाद नई उम्मीद जगी है। भवन का निर्माण एजेंसी कार्यपालन अभियंता ग्रामीण यांत्रिकी सेवा सम्भाग बलरामपुर को बनाया गया है विभाग द्वारा इसकी टेंडर प्रक्रिया भी पूरी कर ली गई है।
भवन निर्माण का टेंडर आशीष कंस्ट्रक्शन बलरामपुर को मिला है। विगत 17 जुलाई को इसका ले आउट भी कर दिया गया था लेकिन ड्राइंग में कुछ संशोधन करने के कारण काम बंद था। इसी बीच ठेकेदार द्वारा विभाग के अधिकारियों को जानकारी दिए बगैर शनिवार को काम शुरू कर दिया गया था जिसे संसदीय सचिव के निर्देश पर अधिकारियो ने फिलहाल बंद करा दिया है।