साथ ही ग्रामीणों द्वारा जाति निवास आय प्रमाण पत्र फौती नामन्तरण के लिए पैसे की मांग की जाती है। इसके अलावा फर्जी तरीके से जाति प्रमाण पत्र के लिए प्रतिवेदन जारी किया जाता है।
ग्रामीणों का कहना है कि पटवारी द्वारा राशन कार्ड के भू-स्वामित्व प्रमाण पत्र जारी करने के बजाय उनका फार्म महीनों से अपने पास रख गया है और अपात्रों को राशन कार्ड जारी करने के लिए भू-स्वामित्व प्रमाण पत्र जारी किया गया है।
किसानों के बी-वन खसरा में डिजिटल हस्ताक्षर के एवज में पैसे की मांग की जाती है और पैसे नही देने पर डिजीटल हस्ताक्षर नहीं किया जाता है, इसके चलते किसानों का केसीसी स्वीकृत नहीं हो पा रहा है। साथ ही जनप्रतिनिधियों की उपेक्षा करते हुए हल्का पटवारी (Patwari) पप्पू सोनी द्वारा कहा जाता है कि जहां शिकायत करना है कर लो।
पटवारी के हरकतों से परेशान ग्राम पंचायत आरा के ग्रामीणों ने बीते जून माह में ग्राम सभा की बैठक कर निंदा प्रस्ताव भी पारित किया था। उन्होंने एसडीएम को पटवारी के विरुद्ध प्रमाणित दस्तावेज के साथ लिखित शिकायत कर कार्रवाई की मांग की है।
पूर्व में भी हुई थी शिकायत
पूर्व में भी पटवारी पप्पू सोनी द्वारा कदौरा में जमीन नामांतरण के एवज में पैसे की मांग की थी जिसकी शिकायत पीडि़त पक्ष ने एसडीम राजपुर आरएस लाल से की थी, लेकिन शिकायत पर आज तक कोई कार्यवाही नहीं होने के चलते पटवारी के हौसले बुलंद हैं।
साथ ही पटवारी के द्वारा जनप्रतिनिधियों व ग्रामीणों से अभद्र व्यवहार किया जाता है। लॉक डाउन के दौरान सहयोग के रूप में तहसील कार्यालय राशन लेने गए एक युवक को अभद्र व्यवहार करते हुए पटवारी ने तहसील से भगा दिया था।