कुछ देर बाद एंबुलेंस (Ambulance) नसीब हुई और उसे मेडिकल कॉलेज अस्पताल अंबिकापुर में भर्ती कराया गया। यहां इलाज के दौरान मंगलवार की सुबह उसकी मौत हो गई।
बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के सामरी क्षेत्र अंतर्गत ग्राम टाटीझरिया निवासी 47 वर्षीय सुरेंद्र यादव पिता बनकेश्वर यादव हिंडाल्को कम्पनी में चौकीदार था। वह सोमवार की शाम ग्राम गोपातु से पैदल ही अपने घर जा रहा था।
रास्ते में टाटीझरिया मोड़ पर स्थित एक होटल के सामने अज्ञात बाक्साइट लोड ट्रक ने उसे टक्कर मार दी और मौके से फरार हो गया। इस हादसे (Accident) में सुरेंद्र को गंभीर चोटें आईं। उसे ऑटो से कुसमी अस्पताल लाया गया, लेकिन यहां कोई भी चिकित्सक मौजूद नहीं था।
ड्यूटी बीएमओ डॉ. अनुज टोप्पो की थी, लेकिन वे निजी कार्य से बाहर गए थे और वाट्सएप मैसेज कर डॉ. सोहनलाल को अपना चार्ज दिया था। लेकिन डॉ. सोहनलाल को इसकी जानकारी नहीं हो पाई थी। इसलिए वे भी अस्पताल नहीं पहुंचे थे, फिर स्वास्थ्य कर्मचारियों ने ही प्राथमिक उपचार किया व उसे मेडिकल कॉलेज अस्पताल रेफर कर दिया।
संजीवनी 108 कॉल सेंटर में तकनीकी दिक्कत के कारण फोन नहीं लग पा रहा था तो हिंडाल्को कंपनी में एंबुलेंस के लिए फोन लगाया गया, लेकिन वहां चालक के मौजूद न होने से एम्बुलेंस के आने में देरी हो गई, तब तक संजीवनी 108 एंबुलेंस आ गई।
मेडिकल कॉलेज अस्पताल में तोड़ा दम
गंभीर रूप से घायल चौकीदार को अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल ले जाया गया। यहां इलाज के दौरान मंगलवार की सुबह लगभग 5 बजे उसकी मौत हो गई। इधर हिंडाल्को (Hindalco) द्वारा समय पर एंबुलेंस नहीं भेजे जाने पर परिजनों ने नाराजगी जताई है।