गौरतलब है कि वाड्रफनगर जनपद के ग्राम पंचायत हरिगवां व बलंगी के ग्रामीणों ने जिला पंचायत सीईओ से उनके पंचायत में सरपंच, सचिव व उपसरपंच द्वारा शौचालय सहित अन्य कार्यों की राशि मिलीभगत कर गबन करने का आरोप लगाया था। इस पर जिला पंचायत सीईओ ने जांच टीम गठित की थी।
टीम ने जांच में शिकायत सही पाई थी। इसके बाद जिला पंचायत सीईओ के निदे्रश पर जनपद सीईओ वेदप्रकाश पांडे ने सभी संबंधितों के खिलाफ धारा 409, 420, 467, 468 व 471 के तहत रघुनाथनगर थाने में एफआईआर कराई थी। इसके बाद रघुनाथनगर पुलिस ने ग्राम हरिगवां के उपसरपंच रामचंद्र कुशवाहा व सचिव हरिहर सिंह को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था।
इस कार्रवाई की भनक लगते ही महिला सरपंच भालमति पति लालचंद फरार हो गई थी। पुलिस उसकी खोजबीन में जुटी थी। इसी दौरान मुखबिर से मिली सूचना के आधार पर पुलिस ने महिला सरपंच को यूपी से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने उसे यहां लाकर न्यायालय में पेश किया, यहां से उसे अंबिकापुर जेल भेज दिया गया।
29 लाख 71 हजार का किया था गबन
उक्त सभी आरोपियों के खिलाफ 29 लाख 71 हजार रुपए के गबन का मामला जांच में पाया गया था। वही बलंगी पंचायत के भी आरोपी सरपंच-सचिव की तलाश पुलिस कर रही है।