फिर उसे अस्पताल ले जाया गया, यहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने पंचनामा पश्चात शव को पीएम के लिए भिजवाया। फिर उन्होंने मोबाइल से उसके परिजनों को सूचना दी।
झारखंड के पलामू जिले के छतरपुर थानांतर्गत ग्राम चैनपुर निवासी अजय कुमार यादव पिता नंदकिशोर 32 वर्ष ट्राला चलाता था। वह रायपुर , बलौदाबाजार से ट्राला क्रमांक आरजे 20 जीबी-5110 में क्लिंकर लोड कर सोमवार की सुबह बिहार के औरंगाबाद जा रहा था।
वह अंबिकापुर-राजपुर एनएच 343 पर करीब 8 बजे ग्राम चरगढ़ स्थित अंधे मोड़ के पास पहुंचा ही था कि ट्राला अनियंत्रित होकर पलट गया। हादसे के दौरान वह शीशा तोड़ते हुए सड़क किनारे लोहे की रेलिंग के ऊपर गिर गया। हादसे में सिर में चोट आने से वह वहां बेहोश हो गया।
फिर थोड़ी ही देर बाद उसकी वहीं मौत हो गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने पंचनामा पश्चात शव को पीएम के लिए भिजवाया। सूचना पर शाम तक परिजन भी शव लेने पहुंच चुके थे।
मदद मिलती तो बच सकती थी जान
हादसे में सड़क पर तड़प रहे ड्राइवर को देख राहगीरों द्वारा वहां से गुजर रहे अन्य वाहनों को रोकने की कोशिश की गई ताकि उसे अस्पताल भेजा जा सके। लेकिन किसी ने वाहन नहीं रोका। जब तक वहां एंबुलेस पहुंची तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। यदि समय रहते किसी ने इंसानियत दिखाई होती तो उसकी जान बच सकती थी।
दर्जनों की हो चुकी है मौत
राजपुर से करीब 6 किलोमीटर दूर राजपुर-अम्बिकापुर मुख्य मार्ग पर चरगढ़ में अंधा मोड़ है। यहां अब तक हुए हादसे में दर्जनों लोगों की मौत हो चुकी है। दिनोंदिन हो रहे हादसों को देखते हुए शासन द्वारा मोड़ को सीधा करने के लिए नया पुल तो बनाया जा रहा है। लेकिन ठेकेदार द्वारा किए जा रहे धीमे कार्य से अब तक वह पूरा नहीं हो पाया है।