सूचना पर पहुंची पुलिस ने पंचनामा व पीएम पश्चात शव उसके परिजनों को सौंप दिया। पुलिस ने अज्ञात वाहन चालक के खिलाफ जुर्म दर्ज कर मामले की विवेचना शुरु कर दी है।
बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के ग्राम सुलसुली निवासी गोरेलाल खैरवार पिता महेश्वर 25 वर्ष वाड्रफनगर स्थित नेशनल पब्लिक स्कूल में कंप्यूटर ऑपरेटर था। वह पिछले 4 साल से वाड्रफनगर में ही किराए के मकान में रहकर ड्यूटी कर रहा था। वह हर सुबह मॉर्निंग वाक पर जाता था। हर दिन तक तरह शनिवार की सुबह 6 बजे वह बनारस-अंबिकापुर मार्ग पर निकला था।
बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के ग्राम सुलसुली निवासी गोरेलाल खैरवार पिता महेश्वर 25 वर्ष वाड्रफनगर स्थित नेशनल पब्लिक स्कूल में कंप्यूटर ऑपरेटर था। वह पिछले 4 साल से वाड्रफनगर में ही किराए के मकान में रहकर ड्यूटी कर रहा था। वह हर सुबह मॉर्निंग वाक पर जाता था। हर दिन तक तरह शनिवार की सुबह 6 बजे वह बनारस-अंबिकापुर मार्ग पर निकला था।
इसी दौरान वाड्रफनगर से 2 किमी दूर ग्राम करौंदी के लालमटा के पास अज्ञात वाहन ने उसे चपेट में ले लिया। हादसे में वाहन का पहिया उसे रौंदते हुए निकल गया। इससे उसकी तड़पकर मौके पर ही मौत हो गई। वहां से गुजर रहे राहगीरों ने उसे इस हालत में देख वाड्रफनगर चौकी पुलिस को सूचना दी।
सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और पंचनामा पश्चात शव को पीएम के लिए वाड्रफनगर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भिजवाया। पीएम पश्चात पुलिस ने शव उसके परिजन को सौंप दिया। पुलिस ने अज्ञात वाहन चालक के खिलाफ जुर्म दर्ज कर लिया है।
घर में पसरा मातम
दुर्घटना में युवक की मौत की खबर पुलिस ने मोबाइल पर उसके परिजन को दी। खबर सुनते ही उसके माता-पिता व अन्य परिजन का रो-रोकर बुरा हाल हो गया। वे तत्काल वाड्रफनगर पहुंचे और प्रक्रिया पूर्ण होने के पश्चात शव लेकर गांव लौटे। यहां गमगीन माहौल में उसका अंतिम-संस्कार किया गया।