यूपी में बाढ़ से प्रभावित 40 जिले इसी के साथ प्रदेश के सिंचाई मंत्री धर्मपाल सिंह ने बलरामपुर में राप्ती नदी की कटान का स्थलीय निरीक्षण किया। सिंचाई मंत्री ने सदर विकास खण्ड के नरायनपुर मझारी और ककरा राजघाट में हुई कटान स्थलों का जायजा लिया। उन्होंने कहा कि यूपी में बाढ़ से प्रभावित 40 जिले हैं, जिसमे 26 जिले संवेदनशील हैं। वहीं 14 जिले अतिसंवेदनशील है। बलरामपुर जिला बाढ की दृष्टि से अतिसंवेदनशील है। राप्ती नदी के तटबन्धो की सुरक्षा और बाढ़पूर्व तैयारियों के लिये 384 करोड़ रुपये स्वीकृत कर दिये गये थे। जबकि पिछले साल सरकार ने 80 करोड़ रुपए ही दिए थे।
कटान प्रभावित लोगों के लिए चिंतित सरकार उन्होंने कहा कि जनहानि व धनहानि न हो इसके लिये प्रदेश सरकार ने पूर्ण व्यवस्था की है। तटवर्ती गांवों और तटबन्धों में हो रही कटान से निपटने के लिये इंतजाम किये गये हैं। उन्होंने कहा कि कटान से प्रभावित हुए लोगों के लिए सूबे की योगी सरकार काफी चिंतित है। इसके लिए उन्हें मकान बनाकर सरकार दे रही है और दूसरी जगह सरकारी जमीनों पर बसाया जाएगा। उन्हें प्रधानमंत्री आवास भी मुहैया कराये जायेंगे।
ये अधिकारी रहे मौजूद मुख्यमंत्री लगातार बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर रहे हैं। अपने हाथों से पीड़ितों को बाढ़ राहत सामग्री प्रदान कर रहे हैं। उन्हीं के प्रेरणाश्रोत विधायक, सांसद, मंत्रीगण खुद बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में जाकर बाढ़ पीड़ितों से मिल रहे हैं। उनकी समस्या को ध्यान में रख कर उन्हें राहत पहुंचाने का कार्य किया जा रहा है। सिंचाई मंत्री के निरीक्षण के दौरान सदर विधायक पलटू राम, तुलसीपुर, विधायक कैलाश नाथ शुक्ल, उतरौला विधायक राम प्रताप वर्मा, जिलाध्यक्ष राकेश सिंह सहित सिचाई विभाग के अधिकारी मौजूद रहे।